चैत्र माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहार तिथि दिवस व्रत त्योहार-2024 ,Fasts and festivals falling in the month of Chaitra, date, day, fast and festival-2024
चैत्र माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहार तिथि दिवस व्रत त्योहार-2024
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, चैत्र महीना साल का पहला महीना होता है. इसे "मधु मास" भी कहा जाता है, जिसका मतलब है कि यह शहद के समान मीठा महीना है. हिंदू धर्म में चैत्र महीने का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था. साथ ही, इस महीने में ब्रह्मा जी ने सृष्टि रची थी और भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था. चैत्र महीने में सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करता है. इस महीने में पहली ऋतु यानी वसंत का मौसम होता है
Fasts and festivals falling in the month of Chaitra, date, day, fast and festival-2024 |
- चैत्र मास हिंदू कैलेंडर के अनुसार
हिन्दू नववर्ष का पहला महीना माना जाता है। इस माह को मधुमह भी कहा जाता है। आपको बता दें कि हिंदू कैलेंडर के सभी महीनों के नाम नक्षत्रों के आधार पर रखे गए हैं। इस माह में चंद्रमा चित्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है। इसीलिए इसे चैत्र मास कहा जाता है। सनातन धर्म में इस माह का विशेष महत्व है। चैत्र नवरात्रि, राम नवमी, पापमोचनी एकादशी, शीतला अष्टमी, भाई दूज जैसे कई प्रमुख व्रत और त्योहार इसी महीने में आते हैं। आइए देखें चैत्र माह में आने वाले सभी व्रत और त्योहारों की सूची...
- चैत्र मास 2024 कब से?
चैत्र माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहार तिथि दिवस व्रत त्योहार
- 1 अप्रैल 2024 सोमवार चेचक सप्तमी, कालाष्टमी, शीतला सप्तमी व्रत
- 05 अप्रैल 2024 शुक्रवार पापामोची एकादशी
- 06 अप्रैल 2024 शनिवार प्रदोष व्रत (कृष्ण)
- 07 अप्रैल 2024 रविवार मासिक शिवरात्रि
- 08 अप्रैल 2024 सोमवार चैत्र अमावस्या पूर्ण सूर्य ग्रहण
- 09 अप्रैल 2024 मंगलवार चैत्र नवरात्रि, उगादि घटस्थापना, गुड़ी पड़वा, झूलेलाल जयंती
- 10 अप्रैल 2024 बुधवार चेटी चंड
- 11 अप्रैल 2024 गुरुवार मत्स्य जयंती, गौरी पूजा, गणगौर
- 12 अप्रैल 2024 शुक्रवार विनायक चतुर्थी
- 13 अप्रैल 2024 शनिवार मेष संक्रांति, बैसाखी
- 17 अप्रैल 2024 बुधवार चैत्र नवरात्रि पारण, राम नवमी
- 19 अप्रैल 2024 शुक्रवार कामदा एकादशी
- 21 अप्रैल 2024 रविवार प्रदोष व्रत (शुक्ल)
- 23 अप्रैल 2024 मंगलवार हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत
चैत्र शुक्ल त्रयोदशी 2024 कब है?
प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त : दृक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 6 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर होगा और अगले दिन यानी 7 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगा। प्रदोष व्रत के दिन शिवजी की प्रदोष काल में पूजा बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
चैत के नवरात्रि 2024 में कब है?
सनातन धर्म में नवरात्र का पर्व मां दुर्गा को समर्पित है। नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की विशेष पूजा करने का विधान है। साथ ही सुख और शांति के लिए व्रत भी किया जाता है। पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्र की शुरुआत 09 अप्रैल से होगी और खरमास का समापन 13 अप्रैल को होगा।
चैत्र माह में करें इन देवताओं की पूजा
चैत्र माह में भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण किया था। इसलिए इस महीने में भगवान मत्स्य की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन हनुमानजी और श्रीराम के साथ मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा भी विशेष मानी जाती है।
- चैत्र मास का महत्व
हिंदू नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। नारद पुराण के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पहली किरण से सृष्टि की शुरुआत की थी। इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार में ऋषि मनु को बाढ़ से बचाया था। जलप्रलय समाप्त होने के बाद मनु ने नई सृष्टि प्रारम्भ की। इसके साथ ही चैत्र माह से नियमित रूप से मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस महीने में भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।
चैत्र महीने कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए
चैत्र महीने को भक्ति और संयम का महीना भी कहा जाता है. इस महीने में कई खास व्रत और त्योहार पड़ते हैं. लोग अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए व्रत और त्योहारों को मनाने की सलाह दी जाती है. आयुर्वेद के मुताबिक, इस महीने में कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- सोने से पहले हाथ-मुंह धोना चाहिए और पतले कपड़े पहनने चाहिए.
- हल्के कपड़े पहनने चाहिए.
- संतुलित श्रंगार करना चाहिए.
- इस महीने भोजन में अनाज का उपयोग कम से कम और फलों का इस्तेमाल ज़्यादा करना चाहिए.
- इस महीने से बासी भोजन, खाना बंद कर देना चाहिए.
- आयुर्वेद के मुताबिक इस महीने में ठंडे जल से स्नान करना चाहिए. गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए.
- इस महीने में पेट का पाचन थोड़ा सा कमज़ोर हो जाता है इसलिए इस महीने में दूध का सेवन करना बंद कर देना चाहिए.
- इस महीने में दूध की बजाए दही और मिसरी का सेवन करने से लाभ होगा.
- इस महीने में भोजन में नमक की मात्रा कम करनी चाहिए. बल्कि ज़्यादा से ज़्यादा सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए
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