माँ ब्रह्मचारिणी शायरी ,Maa Brahmacharini Shayari

माँ ब्रह्मचारिणी शायरी ,Maa Brahmacharini Shayari

दूर करे भय भक्त का, माँ ब्रह्मचारिणी का रूप,
बल और बुद्धि बढ़ाये, माँ ब्रह्मचारिणी देती सुख की धूप।
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿

माँ ब्रह्मचारिणी शायरी ,Maa Brahmacharini Shayari

ना गिन कर दिया ना तोल कर दिया,
जब भी दिया माँ ब्रह्मचारिणी ने ,
दिल खोल कर दिया,
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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अम्ब ब्रह्मचारिणी,
तप भाव करें, संचार दें।
विवेक, कल्याण दीक्षा मंत्र,
इस महोत्सव को, लक्ष्य,
प्रेरित रखें सदा..॥
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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कमंडल, करें ज्ञान-विज्ञान,
साहित्य संवर्धन सतत।
नवदृष्टि जागृत करें,
तप: जल से मात।
प्रक्षालित करें, नव-मानव,
हृदय को..॥
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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सजा है दरबार ,एक ज्योति जगमगाई है ,
सुना है नवरात्री का त्योहार आया है ,
वो देखो मंदिर में मेरी माता ब्रह्मचारिणी  मुस्करायी है 
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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कुमकुम भरे कदमों से आए माँ ब्रह्मचारिणी आपके द्वार ,
सुख संपत्ति मिले आपको अपार ,
द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं !!
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माँ ब्रह्मचारिणी  की ज्योति से नूर मिलता है 😊,
सब के दिलो को सुरूर मिलता है ,
जो भी जाता है माँ ब्रह्मचारिणी के द्वार ,
कुछ न कुछ जरूर मिलता है ,
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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कठिन समय सम्बल मिले, ब्रह्मचारिणी भव्य।
उसे मिले आशीष जो, समझे निज कर्तव्य।।
द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं !
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शुभ प्रभात, माँ ब्रह्मचारिणी,
पूजन जननी श्वेताम्बरा का।
युग प्रेरणा माँ तपस्विनी,
स्वयंप्रभा प्रिय स्वरूप इक।
हाथ जपत माल, बाम धरें॥
🌻द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं🙏🏿
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जाओ सभी 🙏,
की आज जगरात्रि है 😊
माँ ब्रह्मचारिणी सुनेंगी हर पुकार 😊
की आज नवरात्रि है 🙏
द्वितीय नवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं

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