लक्ष्मी-कुबेर मंत्र का जाप करने का तरीका
लक्ष्मी जी को खुश करने के उपाय
शुक्रवार के दिन सुबह उठते ही मां लक्ष्मी को नमन कर, स्नान कर स्वच्छ सफेद या गुलाबी वस्त्र धारण करें. इसके बाद श्रीयंत्र व मां लक्ष्मी के चित्र के सामने खड़े होकर श्री सूक्त का पाठ करें. कमल का पुष्प मां लक्ष्मी को अर्पित करना लाभकारी साबित होगा।
कुबेर जी को क्या पसंद है ?
शास्त्रों की मानें तो कुबेर को क्रासुला का पौधा अत्यधिक पसंद होता है. इसे घर में लगाने से सदैव उनकी कृपा आप पर बनी रहती है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये क्रासुला का पौधा कौन सा होता है. वास्तु शास्त्र में क्रासुला के पौधे को बेहद चमत्कारी बताया गया है।
लक्ष्मी-कुबेर मंत्र का जाप करने का तरीका
- स्थान पवित्र करें: सबसे पहले, जिस स्थान पर आप जाप करने वाले हैं, उसे गंगाजल या साफ पानी से शुद्ध करें।
- मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें: चौकी पर माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की मूर्ति या तस्वीर को विधिवत रूप से स्थापित करें।
- पूजन सामग्री तैयार करें: मूर्तियों के सामने घी का दीपक, धूप और अगरबत्ती जलाएं।
- तिलक करें: भगवान लक्ष्मी और कुबेर देवता की मूर्तियों को लाल कुमकुम का तिलक लगाएं।
- फूल चढ़ाएं: माता लक्ष्मी को लाल फूल और हार चढ़ाएं, जो उनकी कृपा पाने का प्रतीक होता है।
- आसन पर बैठें: लाल रंग के आसन पर बैठकर पूजन प्रारंभ करें। यह आसन सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है।
- मंत्र जाप करें: हाथ में 108 मनकों की माला लेकर जाप शुरू करें। मंत्र के साथ कौड़ियों को अपने पास रखें।
- प्रार्थना करें: जाप के बाद, भगवान से अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
- आरती करें: माता लक्ष्मी और कुबेर देव की आरती उतारें।
- भोग लगाएं: अंत में, उन्हें भोग अर्पित करें और दंडवत प्रणाम करें।
लक्ष्मी-कुबेर मंत्र से जुड़े कुछ विशेष तथ्य:
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥'
- इस मंत्र का जाप शुक्रवार की रात को करना अति शुभ माना जाता है।
- लक्ष्मी-कुबेर मंत्र के जाप से जीवन में सुख-सुविधा, मान-सम्मान, सफलता, और भौतिक समृद्धि मिलती है।
मंत्र जाप करने के बाद हाथ जोड़कर ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह सभी कष्ट दूर करें. परिवार को आर्थिक रूप से संपन्न बनाएं. इसके बाद मां लक्ष्मी और श्री कुबेर की परिवार सहित आरती करें
टिप्पणियाँ