Mahashivratri: महाशिवरात्रि की चार प्रहर की पूजा और घर पर महाशिवरात्रि की पूजा कैसे करें | mahaashivaraatri kee chaar prahar kee pooja aur ghar par mahaashivaraatri kee pooja kaise karen

Mahashivratri: महाशिवरात्रि की चार प्रहर की पूजा और घर पर महाशिवरात्रि की पूजा कैसे करें

महाशिवरात्रि की चार प्रहर की पूजा | Mahashivratri 4 Prahar Puja

महाशिवरात्रि के दिन लोग शिव मंदिर में जाकर पूजा करते हैं, शिवलिंग का अभिषेक करते हैं, आरती करते हैं और मंत्रोच्चारण करते हैं। साथ ही, इस पूरे दिन व्रत भी रखा जाता है। महाशिवरात्रि पर रात के 4 प्रहर में पूजा करने का बहुत ज्यादा महत्व होता है।

चार प्रहर की पूजा का महत्व

  1. पहला प्रहर: शाम 6 से 9 बजे तक

  2. दूसरा प्रहर: रात 9 से 12 बजे तक

  3. तीसरा प्रहर: रात 12 से 3 बजे तक

  4. चौथा प्रहर: रात 3 से सुबह 6 बजे तक

शिव महापुराण के अनुसार, इन चार प्रहरों में महाशिवरात्रि की पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि जो इन 4 प्रहरों में शिव पूजा करते हैं, उन्हें पूरे साल पुण्य का फल प्राप्त होता है। यदि किसी कारणवश मंदिर नहीं जा सकते तो घर पर भी पूजा कर सकते हैं।


घर पर महाशिवरात्रि की पूजा कैसे करें? Mahashivratri Puja Vidhi at Home

  1. स्नान और संकल्प:

    • सुबह स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें।

    • भोलेनाथ के सामने निराहार व्रत का संकल्प लें।

    • निराहार न रह पाने पर दूध, फल या फलों का रस ग्रहण कर सकते हैं।

    • दिनभर 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।

  2. शाम को स्नान के बाद:

    • घर में पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़कें।

    • उत्तर दिशा की ओर मुख करके चंदन से त्रिपुंड लगाएं।

    • शिवलिंग की पूजा प्रारंभ करें।

  3. शिवलिंग अभिषेक विधि:

    • जल में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें।

    • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गन्ने का रस, गंगाजल) से अभिषेक करें।

    • बेलपत्र चढ़ाएं और 'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे ' महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।

  4. पूजन सामग्री अर्पण:

    • 11 बेलपत्र पर 'ॐ' लिखकर अर्पित करें।

    • भांग, धतूरा, गुलाल, अबीर, शमी पत्र, अक्षत चढ़ाएं।

    • काले धतूरे का फल फोड़कर अर्पित करें।

    • धूप और चौमुखी घी का दीपक जलाएं।

  5. मंत्र और आरती:

    • 'ॐ गं गणपतयै नमः' और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्रों का जाप करें।

    • भगवान शिव की आरती करें।

    • पूजा में हुई किसी भी गलती के लिए क्षमा प्रार्थना करें।

  6. प्रसाद वितरण:

    • पूजा संपन्न होने के बाद प्रसाद सभी को वितरित करें।

    • स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें।

महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के समस्त दुख दूर होते हैं और शिव कृपा प्राप्त होती है। हर हर महादेव! 🙏

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