नवरात्रि में करें 12 राशियों के ये गुप्त उपाय, हो जाएगी हर परेशानी दूर | Navratri mein karen 12 raashiyon ke ye gupt upaay, ho jaegee har pareshaanee door
नवरात्रि में करें 12 राशियों के ये गुप्त उपाय, हो जाएगी हर परेशानी दूर
नवरात्रि का महत्व धर्म शास्त्रों के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 30 मार्च, रविवार से 7 अप्रैल, सोमवार तक मनाया जाएगा। यह नौ दिन मां दुर्गा की साधना कर सिद्धियां प्राप्त करने के लिए अत्यंत विशेष माने जाते हैं।
तंत्र शास्त्र के अनुसार, इन नौ दिनों में यदि कोई व्यक्ति अपनी राशि अनुसार कुछ विशेष उपाय करता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है और उसकी किस्मत चमक सकती है। यह समय सिद्धि प्राप्ति के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं राशि अनुसार विशेष उपाय:
- मेष राशि:
मेष राशि के लोगों को स्कंदमाता की विशेष उपासना करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करें। स्कंदमाता करुणामयी हैं और वात्सल्यता का भाव रखती हैं।
- वृषभ राशि:
वृषभ राशि के जातकों को महागौरी स्वरूप की उपासना से विशेष फल प्राप्त होते हैं। ललिता सहस्रनाम का पाठ करें। यह जन-कल्याणकारी उपाय है और अविवाहित कन्याओं के लिए उत्तम वर प्राप्ति में सहायक होता है।
- मिथुन राशि:
मिथुन राशि के जातकों को देवी यंत्र स्थापित कर मां ब्रह्मचारिणी की उपासना करनी चाहिए। साथ ही तारा कवच का रोज पाठ करें। मां ब्रह्मचारिणी ज्ञान प्रदाता हैं और विद्या के अवरोध दूर करती हैं।
- कर्क राशि:
कर्क राशि के जातकों को शैलपुत्री की पूजा-उपासना करनी चाहिए। लक्ष्मी सहस्रनाम का पाठ करें, क्योंकि भगवती की वरद मुद्रा अभयदान प्रदान करती हैं।
- सिंह राशि:
सिंह राशि के लिए मां कूष्मांडा की साधना विशेष फलदायी है। दुर्गा मंत्रों का जप करें। ऐसा माना जाता है कि देवी मां के हास्य मात्र से ही ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई थी।
- कन्या राशि:
कन्या राशि के लोगों को मां ब्रह्मचारिणी का पूजन करना चाहिए। लक्ष्मी मंत्रों का साविधि जप करें। यह ज्ञान प्रदान करने वाली देवी हैं और विद्या मार्ग के अवरोधों को दूर करती हैं।
- तुला राशि:
तुला राशि के जातकों को देवी महागौरी की पूजा-आराधना करनी चाहिए। काली चालीसा या सप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करें। अविवाहित कन्याओं को उत्तम वर प्राप्ति के लिए यह उपाय लाभकारी होता है।
- वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि के जातकों को स्कंदमाता की उपासना करनी चाहिए। नवरात्रि के दौरान प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
- धनु राशि:
धनु राशि के जातकों को मां चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए। संबंधित मंत्रों का विधिपूर्वक अनुष्ठान करें। घंटा प्रतीक है ब्रह्मनाद का, जो साधक के भय एवं विघ्नों को दूर करता है।
- मकर राशि:
मकर राशि के जातकों के लिए कालरात्रि की पूजा सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। नर्वाण मंत्र का जप करें। देवी अंधकार में भक्तों का मार्गदर्शन करती हैं और प्राकृतिक प्रकोपों का शमन करती हैं।
- कुंभ राशि:
कुंभ राशि के जातकों के लिए कालरात्रि की उपासना लाभकारी है। देवी कवच का पाठ करें। यह उपाय शत्रु बाधाओं और प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा करने में सहायक होता है।
- मीन राशि:
मीन राशि के लोगों को मां चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए। हरिद्रा (हल्दी) की माला से यथासंभव बगलामुखी मंत्र का जप करें। यह उपाय साधक के भय एवं विघ्नों को समूल नष्ट करने में सहायक होता है।
निष्कर्ष: नवरात्रि में राशि अनुसार इन गुप्त उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। मां दुर्गा की कृपा से आपकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होंगी।
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