क्या नवरात्रि में झाड़ू लगाना अशुभ होता है? जानिए इसका धार्मिक कारण | kya Navratri mein jhaadoo lagaana ashubh hota hai? jaanie isaka dhaarmik kaaran

क्या नवरात्रि में झाड़ू लगाना अशुभ होता है? जानिए इसका धार्मिक कारण

नवरात्रि हिंदू धर्म में एक विशेष पर्व है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इस दौरान कई धार्मिक नियमों और परंपराओं का पालन किया जाता है। इन्हीं परंपराओं में से एक है झाड़ू लगाने से जुड़ी मान्यता। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से रात में झाड़ू लगाना या पुरानी झाड़ू बदलना अशुभ होता है। आइए जानते हैं इसके पीछे का धार्मिक कारण।

झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है

हिंदू धर्म में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। यह न केवल घर की सफाई का साधन है बल्कि इसे दरिद्रता दूर करने और समृद्धि लाने वाला भी माना जाता है। इसलिए नवरात्रि के दौरान झाड़ू लगाने को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

शाम को झाड़ू न लगाएं

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है और मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस समय झाड़ू लगाने से धन हानि हो सकती है और समृद्धि प्रभावित हो सकती है। इसलिए नवरात्रि के दौरान, खासकर शाम के समय झाड़ू लगाने से बचना चाहिए।

पुरानी झाड़ू नवरात्रि में न बदलें

एक और महत्वपूर्ण मान्यता यह है कि नवरात्रि के दौरान पुरानी झाड़ू को नहीं बदलना चाहिए। झाड़ू बदलने का कार्य नवरात्रि के बाद करना अधिक शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियां नहीं आतीं और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

झाड़ू से जुड़ी अन्य धार्मिक मान्यताएं

  • झाड़ू को हमेशा साफ-सुथरी जगह पर रखना चाहिए और इसे पैर लगने से बचाना चाहिए।

  • झाड़ू को गलत तरीके से रखने या उसके साथ अनुचित व्यवहार करने से धन की हानि हो सकती है।

  • झाड़ू लगाते समय मन में अच्छे विचार रखने चाहिए, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

निष्कर्ष

नवरात्रि एक पवित्र पर्व है और इस दौरान किए जाने वाले हर कार्य का धार्मिक महत्व होता है। झाड़ू लगाने और बदलने से जुड़ी मान्यताएं भी इसी का एक हिस्सा हैं। यदि इन मान्यताओं का पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इसलिए नवरात्रि के दौरान झाड़ू लगाने को लेकर सतर्क रहना चाहिए और धार्मिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए।

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