भगवान गणेश के महत्व /Significance of Lord Ganesha

भगवान गणेश के महत्व 

भगवान गणेश भारतीय हिंदू धर्म में पूजे जाने वाले देवता हैं। वे बुद्धिविद्या, शक्ति, युद्ध कला, कला का प्रतीक, यज्ञ, सृष्टि और शुभकामनाओं के देवता माने जाते हैं। गणेश को विधि, बुद्धि, संपदा, यश और सफलता के प्रतीक के रूप में भी पूजा जाता है।
गणेश की चित्रणा विशेषताएं उनके वाहन मूषक (रत) के साथ, एक बड़े शिरे वाले भौतिक शरीर, चार हाथ और एक पंचमुख होता है। उनके मुख में एक दांत का प्रतीक दिखाई देता है, जो बुद्धि और न्याय की प्रतीक है।
गणेश चतुर्थी, इसके उत्सव, भारत और अन्य भारतीय जनता द्वारा बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। यह पर्व सितंबर महीने में आम तौर पर मनाया जाता है। लोग गणेश जी की मूर्तियों को घरों में स्थापित करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं, जिसमें विशेष रूप से प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस पर्व को खास रंग-बिरंगे यात्राएं, नृत्य और संगीत की आयोजना भी किया जाता है।गणेश को पूजते समय, लोग मंत्रों और भजनों का जाप करते हैं और उन्हें मिठाई, मोदक, सूजी के लड्डू, फल आदि का भोग चढ़ाते हैं। गणेश की पूजा से भक्तों को बुद्धि, शक्ति, सफलता और सुख-शांति की प्राप्ति होती है, और उनके आशीर्वाद से हर कार्य में सिद्धि मिलती है।गणेश को महत्वपूर्ण देवता माना जाता है और वे हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध और पूज्य देवताओं में से एक हैं। उन्हें "विघ्नहर्ता" यानी अभिशाप से मुक्ति देने वाले भी कहा जाता है, क्योंकि उन्हें पूजन से विघ्नों और बाधाओं का नाश होता है।

भगवान गणेश के महत्व को 21 तथ्य

1. भगवान गणेश भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं।
2. गणेश चतुर्थी भारत के प्रमुख उत्सवों में से एक है और यह हर साल भारतवर्ष भर में मनाया जाता है।
3. गणेश को विद्या, बुद्धि, कला, संपदा और सफलता के देवता माना जाता है।
4. उनके पंचमुखी रूप का प्रतीक बुद्धि के पांच पहलुओं को दर्शाता है।
5. गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है, क्योंकि उन्हें पूजा से सभी विघ्नों और बाधाओं का नाश होता है।
6. उनके वाहन भौतिक शरीर के अलावा एक मूषक (रत) है।
7. गणेश को ज्ञान, कला, साहस और विक्रम के देवता माना जाता है।
8. उनके द्वारा उपहार के रूप में प्रसिद्ध मोदक, लड्डू और सूजी के लड्डू होते हैं।
9. गणेश चंद्रमा के दिवस पर जन्मे थे, इसलिए वह शुभ और भक्तों के दिलों को मोह लेने वाले होते हैं।
10. गणेश के एक दांत का प्रतीक भक्तों को अलंकारिक पदार्थों और संग्रहणीय चीजों का संचय करने की प्रेरणा देता है।
11. उन्हें विवाह के देवता माना जाता है, और शादी के अवसर पर उन्हें पूजा करते हैं।
12. गणेश को एक अक्षय पात्री (अमरकलश) और एक शूल (त्रिशूल) का धारक माना जाता है।
13. उनकी पूजा से विद्या और शक्ति में वृद्धि होती है और विघ्नों का समाधान होता है।
14. गणेश के दिव्य मंत्र "ॐ गं गणपतये नमः" है।
15. उन्हें सुंदर कांड के लेखक माना जाता है।
16. गणेश को ग्रंथि (गांठिका नेतृत्व) और मूलाधार चक्र का स्वामी माना जाता है।
17. उन्हें श्रद्धा के साथ 'विघ्ननाशक' और 'सिद्धिदाता' कहा जाता है।
18. गणेश एक उच्चारित और आसान देवता हैं, इसलिए उनकी पूजा को सर्वथा करना संभव है।
19. उन्हें संपदा के देवता माना जाता है और उन्हें धन की प्राप्ति के लिए भी पूजा जाता है।
20. गणेश एक शुभ देवता होते हैं जिनकी कृपा से हर कार्य सिद्ध होता है।


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