श्री गणेश

भगवान गणेश के बारे में अनेक स्तोत्र कवच आदि है

भगवान गणेश एक हिंदू देवता हैं, जिन्हें सभी हिंदू धार्मिक समारोहों की शुरुआत में पूजा जाता है इसलिए उनको आरंभ के देवता की श्रेणी में गिना जाता है। वह अक्षरों के देवता हैं और बौद्धिकता से सम्बन्धित हैं। इसलिए, वह लेखकों, बैंककर्मियों, विद्वानों आदि के संरक्षक माने जाते हैं। भगवान गणेश देवो के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र हैं। भगवान गणेश की पत्नी का नाम रिद्धि और सिद्धि है। रिद्धि और सिद्धि भगवान विश्वकर्मा की पुत्रियां हैं। भगवन गणेश का नाम हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य करने से पहले लिया जाता है।

श्रीगणेश की स्थापना कार्य-विधि के सफल होने की निश्चित गारंटी बन जाती है। इस कथा से न केवल गणेशजी के बुद्धि कौशल का परिचय मिलता है, बल्कि उनकी अनन्य मातृ-पितृ भक्ति का भी प्रमाण मिलता है। श्रीगणेश के माहात्म्य को दर्शाने वाली अनेक पौराणिक कथाएं वैदिक साहित्य में उपलब्ध हैं।गणपति की कृपा से साधक के सभी दु:ख दूर होते हैं और उसे बल, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है. मान्यता है कि किसी भी कार्य से पहले सर्वशक्तिमान भगवान श्री गणेश जी की पूजा करने पर उस कार्य में कोई बाधा नहीं आती है और गणपति की कृपा से वह कार्य समय पर संपूर्ण होता है !

भगवान गणेश के बारे में अनेक स्तोत्र कवच आदि है

  1. श्री गणेशजी की आरती
  2. आरती गजबदन विनायक की 
  3. आरती श्री गणपति जी
  4. गणेश जी /गणपति सब कुछ
  5. भगवान गणेश चालीसा
  6. गणेश अष्टकम | गणेशाष्टकम् - संस्कृत गीतिकाव्य
  7. श्री गणेश स्तुति - ॐ गणांना त्वा गणपतिं हवामहे
  8. श्री गणेश स्तुति - ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्
  9. श्री गणेश चिंतन
  10. श्री गणेश मंत्र - वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
  11. ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र
  12. श्री गणेश भगवान की अमृतवाणी
  13. गणेश भगवान के प्रसिद्ध मंत्रों में से कुछ मंत्र
  14. सिद्धिविनायक मंदिर श्री गणेश भगवान को समर्पित
  15. गणेश आरती - हिंदी में अर्थ सहित
  16. चार युगों में श्री गणेश के चार अवतार
  17. गणेश गौरव 'गणेश चतुर्थी व्रत का वर्णन
  18. श्री गणेश चालीसा
  19. गणेश जी के 108 नाम अर्थ सहित
  20. बुधवार भगवान गणेश जी की पूजा का महत्व  जानिए
  21. श्री गणेश  जी  के 108 नाम और मन्त्र
  22. श्री गणेश जी के पूजा मंत्र 
  23. एकदंत गणेश की महिमा
  24. श्री गणेश द्वादशनामावली जानिए

गणेश चतुर्थी व्रत कथा



  1. आरती गज बदन विनायक की
  2. द्वात्रिंशथ गणपति ध्यानम्
  3. द्वात्रिंशत गणेश ध्यान श्लोक
  4. एकदंत स्तोत्रम
  5. गणपति बप्पा की जय बोलो
  6. गणपति अथर्व शीर्ष
  7. गणपति स्थावम्
  8. गणाष्टकम
  9. गणेश बाह्य पूजा
  10. गणेश द्वादस नाम स्तोत्रम
  11. गणेश महिम्ना स्तोत्रम्
  12. गणेश मनसा पूजा
  13. गणेश मंगलाष्टकम्
  14. गणेश नमस्कार स्तोत्रम्
  15. गणेश पंच रत्नम
  16. गणेश शरणम (मलयालम)
  17. गणेश शरणम (मलयालम)
  18. गणेश षोडसा नाम स्तोत्रम्
  19. गणेशाष्टकम्
  20. गणेश स्तवम्
  21. गणेश सुप्रभातम
  22. गनेसा स्वपा गीतम्
  23. गणेश वेद पाद स्तवम
  24. गणेश जी की आरती
  25. गणेश कवचम
  26. गयीये गणपति जगवंदन
  27. जय गणेश, जय गणेश देवा
  28. कल्ला विनयगर पथिकम(तमिल)
  29. कल्पगा विनयगर सुप्रभातम
  30. कार्य सिद्धि मलाई (तमिल)
  31. महा गणपति त्रैलोक्य मोहन कवचम
  32. मयूरेश स्तोत्रम
  33. मयूरेश्वर स्तोत्रम-II
  34. मूषिका वाहन स्तोत्रम्
  35. नारद कृत गणपति स्तुति
  36. पिल्लयार माहिमई (तमिल)
  37. पिल्लयार पिल्लयार
  38. प्रथा स्मरण गणेश स्तोत्रम
  39. ऋण हर गणेश स्तोत्रम
  40. संकट नासन गणेश स्तोत्रम
  41. वल्लभेश करावलम्ब दशकम्
  42. विघ्नेश्वर अष्टोतरम
  43. विनयगर अगावल (तमिल)
  44. विनयगर कवचम (तमिल)
  45. विनयगर सप्तकम (तमिल)
  46. यम गणेश अष्टोतरम्

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