गणेश भगवान की पूजा विधि /Worship method of Lord Ganesha

 गणेश भगवान की पूजा विधि 

गणेश भगवान की पूजा हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और इसे विधि विधान पूर्वक करने से विधिवत प्रसन्नता मिलती है। निम्नलिखित गणेश भगवान की पूजा विधि है:

सामग्री:

1. गणेश भगवान की मूर्ति या चित्र
2. पूजा के लिए विशेष फूल, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गुड़) और फल
3. अगरबत्ती और दीप
4. जल और गंध (इत्र)
5. पूजा की थाली
6. कलश (जिसमें जल भरकर एक नारियल रखा जाता है)
7. धूप, दीप और बत्ती

पूजा विधि:

1. पूजा का आरंभ गणेश भगवान के ध्यान में करें।
2. शुद्ध चित्र या मूर्ति को गुड़ या पानी से साफ करें।
3. पूजा करने की थाली को साफ़ पानी से अभिषेक करें।
4. धूप, दीप, और अगरबत्ती जलाएं।
5. गणेश भगवान को पंचामृत से स्नान कराएं और फूलों से अलंकृत करें।
6. उपरोक्त सामग्री के साथ आरती करें और मंत्रों का जाप करें। आप गणेश चालीसा, वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र या ओं गं गणपतये नमः जैसे मंत्र पढ़ सकते हैं।
7. विधि पूर्ण होने पर प्रसाद चढ़ाएं और उसे पूर्व नाम्नित विधि से भगवान गणेश को अर्पित करें।
शुद्धि करें: पूजा से पहले अपने आप को ध्यान में लाएं और शुद्धि के लिए अपने हाथ धो लें।
स्थान तैयार करें: एक पूजा स्थान तैयार करें, जहां आप गणेश भगवान की मूर्ति या चित्र रख सकें।
मूर्ति स्थापना: गणेश भगवान की मूर्ति को स्थान पर स्थापित करें। आप एक पालितू गणेश मूर्ति या पेशेवर प्रतिमा का उपयोग कर सकते हैं।
पंचामृत स्नान: पंचामृत का उपयोग करके मूर्ति को स्नान कराएं।
अर्चना: फूल, फल और अन्य पूजा सामग्री से भगवान गणेश को अर्चित करें।
दीप जलाएं: अगरबत्ती और दीप जलाकर पूजा का अभिषेक करें।
धूप: धूप की बत्ती जलाएं और धूप दर्शन कराएं।
आरती: गणेश भगवान को आरती करें और भजन या आरती गाएं।
प्रसाद: पूजा पूर्ण होने पर प्रसाद को भगवान को अर्पित करें और फिर उसे बाद में बांटें।
ध्यान दें कि यह सिर्फ़ एक साधारण विधि है और प्रत्येक परिवार या संप्रदाय की अपनी-अपनी विशेषताएँ होती हैं। आप अपने शुभारंभ को अनुसार इसमें छोटी-छोटी बदलाव कर सकते हैं। जरूरी है कि आप इसे श्रद्धा भाव से करें और मन से पूर्ण विश्वास रखें।

 निम्नलिखित मंत्रों का जाप गणेश भगवान की कृपा प्राप्ति 

 निम्नलिखित मंत्रों का जाप गणेश भगवान की कृपा प्राप्ति और पूजा की सिद्धि के लिए लाभदायक माना जाता है:
1. ॐ गं गणपतये नमः (Om Gam Ganapataye Namaha)
2. ॐ गजाननाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो धन्यः प्रचोदयात्। (Om Gajananaya Vidmahe Vakratundaya Dhimahi, Tanno Dantih Prachodayat)
3. ॐ वक्रतुण्डाय हुं (Om Vakratundaya Hum)
4. वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ (Vakratunda Mahakaya Suryakoti Samaprabha।
Nirvighnam Kuru Me Deva Sarvakaryeshu Sarvada॥)
गणेश भगवान की पूजा करते समय, आप इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। मंत्रों का जाप करते समय ध्यान और श्रद्धा से करें और गणेश भगवान के सामने अपनी इच्छा और मनोकामनाएं रखें। गणेश भगवान की पूजा से पूर्व और पूजा के दौरान मन में शांति और प्रसन्नता के साथ भावना रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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