हरिद्वार की प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के बारे में / About the famous Mansa Devi Temple of Haridwar

हरिद्वार की प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के बारे में 

मनसा देवी हरिद्वार के एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। हरिद्वार उत्तराखंड राज्य, भारत में स्थित है और यह गंगा नदी के किनारे स्थित है।मनसा देवी मंदिर उस स्थान पर बसा है, जहां समुद्र तल से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर यहां एक पहाड़ी पर्वत पर स्थित है। मंदिर मां मनसा को समर्पित है, जो नाग देवी के रूप में जानी जाती है। मनसा देवी को संसार की सृष्टि, रक्षा, और कल्याण करने वाली देवी माना जाता है।हरिद्वार भारतीय धर्मिक और आध्यात्मिक परंपराओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। हरिद्वार में स्नान करने से लोग अपने पापों का क्षय करते माने जाते हैं और इसलिए हर साल लाखों लोग यहां पर्वतीय स्नान करने के लिए आते हैं।
मनसा देवी मंदिर भी हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो आकर्षण का केंद्र है और दर्शनीय स्थल के रूप में यात्री भी यहां आते हैं।

मनसा देवी की कथा

मनसा देवी की कथा (Story of Mansa Devi) हरिद्वार में एक प्रसिद्ध धार्मिक कथा है। यहां मनसा देवी की कथा का संक्षेप में वर्णन किया गया है:कथा के अनुसार, बहुत पुराने समय में एक राजा था जिसका नाम कट्टिग्गा था। उनके यज्ञ का आयोजन किया गया था और इसमें समस्त राजा, महाराजा, और देवताओं को आमंत्रित किया गया था। होते हुए राजा की एक बेटी थी, जिसका नाम लक्ष्मी था। लक्ष्मी धार्मिक और नेक स्वभाव की थी, लेकिन एक दिन यज्ञ के दौरान उन्हें ध्यान न देने के कारण पिता राजा ने उन्हें ठुकरा दिया। लक्ष्मी दुखी होकर जंगल में चली गई और वहां एक आदिनागिनी देवी के पास पहुंची।आदिनागिनी देवी ने लक्ष्मी की समस्या सुनी और उन्हें धार्मिक उपाय बताया ताकि वे अपने पिता के आशीर्वाद को फिर से प्राप्त कर सकें। वे उन्हें बताई गई साधना और व्रत का अनुपालन करने लगीं।
लक्ष्मी ने समय बिताने के लिए एक छोटे से गुहा में आश्रय लिया और वहां नियमित रूप से साधना की। मांसा देवी खुश हुईं और उन्हें आशीर्वाद दिया कि उनकी साधना से वे अपने पिता के आशीर्वाद को प्राप्त करेंगी।
इसके बाद लक्ष्मी की साधना से राजा कट्टिग्गा ने खुशी में उन्हें गले लगा लिया और उन्हें राजकुमारी के रूप में स्वीकार किया। उसके बाद से हरिद्वार के प्रख्यात मनसा देवी मंदिर की स्थापना की गई, जो लक्ष्मी के नाम पर समर्पित हुआ।इसलिए, मनसा देवी की कथा हरिद्वार में उन्हें पूजा जाता है और भक्त उन्हें भक्ति भाव से समर्पित करते हैं।

मनसा देवी की पूजा की विधि निम्नलिखित है:

1. स्नान करें: पूजा की शुरुआत में स्नान करें और शुद्ध हों। ध्यान रखें कि स्नान का पानी शुद्ध और गंगा नदी का हो, अगर आप हरिद्वार में हैं तो यह बहुत सरल होगा।
2. पूजा स्थल सजाएं: एक शुभ स्थान चुनें जहां आप मंसा देवी की पूजा करना चाहते हैं। उस स्थान को शुद्ध करें और एक आसन बिछा दें।
3. पूजा सामग्री तैयार करें: मंसा देवी की पूजा के लिए दीपक, धूप, अगरबत्ती, सुवर्ण या पीताल का कलश, फूल, चावल, सिंदूर, साबुत मूंग, चना, घी, मिश्री, नारियल, और फल की अर्पणीय सामग्री तैयार करें।
4. पूजा का आरंभ करें: पूजा का आरंभ करने के लिए मनसा देवी को मन में ध्यान करें और उन्हें अपनी शरण में आने का आह्वान करें।
5. दीपक जलाएं: दीपक को घी से भरें और उसे जलाएं।
6. धूप और अगरबत्ती जलाएं: धूप और अगरबत्ती को जलाकर मंसा देवी को अर्पित करें।
7. मन्त्र जाप करें: "ऊं जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा शिवा क्षमा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते।" मंत्र का जाप करें और मनसा देवी को प्रणाम करें।
8. कलश पूजा करें: सुवर्ण या पीताल के कलश को पूजें और उसे प्राण प्रतिष्ठा करें।
9. फल और नारियल का अर्पण करें: फल और नारियल को पूजा के बाद देवी को अर्पित करें।
10. प्रसाद बांटें: पूजा के बाद प्रसाद के रूप में फल, चना, मूंग, मिश्री आदि को भक्तों को बांटें।
यह है मनसा देवी की पूजा की साधारण विधि। यदि आप अधिक विशेषज्ञता या पूर्ण विधि के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप स्थानीय पंडित या पूजारी से संपर्क करके विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के बारे में 25 रोचक तथ्य 

1. मनसा देवी मंदिर हरिद्वार उत्तराखंड राज्य, भारत में स्थित है.
2. मंदिर गंगा नदी के किनारे एक पहाड़ी पर्वत पर स्थित है.
3. मनसा देवी को नाग देवी के रूप में जाना जाता है.
4. यह मंदिर संसार की सृष्टि, रक्षा, और कल्याण करने वाली देवी मानी जाती है.
5. मनसा देवी के मंदिर में आमंत्रित भक्त उन्हें नाग देवता के रूप में दूध, फूल, और नाव का बना शिश करते हैं.
6. यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
7. मनसा देवी मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना माना जाता है.
8. मंदिर में महाशिवरात्रि और नवरात्रि जैसे पर्व खास धूमधाम से मनाए जाते हैं.
9. मनसा देवी मंदिर के पास चंडीदेवी और माया देवी के मंदिर भी स्थित हैं.
10. मंदिर के पास एक रोपवे ट्राम है, जिससे आसानी से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है.
11. यहां से श्रद्धालु गंगा आरती देखने के लिए भी जाते हैं.
12. मनसा देवी मंदिर समुद्र तल से विश्व में ऐसे वे मंदिरों में से एक है जिन्हें एक आधार से दो भागों में विभाजित किया गया है।
13. मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालु उम्रदराजी और चंचलादेवी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
14. मंदिर के भव्य गोपुरम उच्च स्तर की वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
15. यह मंदिर नाग देवता के श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
16. मनसा देवी मंदिर में प्रतिवर्ष हजारों भक्त भव्य नगरी देखने आते हैं.
17. यह मंदिर वैदिक काल में बनाया गया था और बाद में रीना बसु महाराज ने इसे फिर से निर्माण किया था.
18. मनसा देवी मंदिर में दिन में कई पूजाएं और आरतियां होती हैं।
19. मंदिर के चारों ओर पेड़ों की बेल से घिरी वातावरण है, जिससे यहां का माहौल शांतिपूर्ण होता है.
20. धार्मिक अनुष्ठानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण पर्वतीय स्थल है.
21. मनसा देवी मंदिर में नाग देवता को दूध चढ़ाया जाता है, जिसे प्रसाद के रूप में वापस दिया जाता है.
22. भगवान शिव के साथ मां मनसा की पूजा की जाती है और उन्हें साथी (पति-पत्नी) के रूप में पूजा जाता है.
23. नागपंचमी और नवरात्रि के दौरान मंदिर में भक्तियां भरी जाती हैं.
24. मंदिर के भव्य संरचना और साहसिक स्थान से यह पर्वतीय परिदृश्य दर्शनीय स्थलों में से एक है.
25. मनसा देवी मंदिर में ज्यादातर दिन भक्तों का आगमन रहता है, लेकिन नवरात्रि में यहां लाखों श्रद्धालु भक्त आते हैं और धार्मिक अनुष्ठान भी बड़े धूमधाम से किया जाता है.
ये थे कुछ मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार के रोचक तथ्य। यहां पर विश्वास माना जाता है कि मनसा देवी की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए, यह मंदिर हरिद्वार के धार्मिक पर्वतीय स्थलों में से एक खास है जहां भक्तों का आगमन नियमित रूप से होता है।

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