मां वाराही धाम, देवीधुरा एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के बारे में /About Maa Varahi Dham, Devidhura a famous religious place

मां वाराही धाम, देवीधुरा एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के बारे में 

मां वाराही धाम, देवीधुरा एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह स्थान देवी वाराही को समर्पित है, जो मां शक्ति के रूप में पूजी जाती हैं। मां वाराही धाम उत्तराखंड के पौराणिक और धार्मिक महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है और यहां हर साल अनेक श्रद्धालु यात्रा करते हैं।धार्मिक कथानक के अनुसार, देवी वाराही धाम के पास कालिंग नामक राक्षस ने देवी वाराही का अपहरण किया था। बाद में, मां वाराही ने राक्षस का संहार किया और अपने भक्तों की सुरक्षा की।धार्मिक और आध्यात्मिक परंपरा के अनुसार, मां वाराही का धाम स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है, जिसे साधक और भक्त ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए भ्रमण करते हैं। यहां पर्वतीय प्राकृतिक सौंदर्य भी है, जो यात्रियों को आकर्षित करता है।मां वाराही धाम देवीधुरा में स्थित है, जिसे उत्तराखंड के उत्तरी-पश्चिमी भाग में पाया जाता है। इस स्थान को पहुंचने के लिए, आपको राजमार्ग और पर्वतीय रास्ते का उपयोग करना होगा।मां वाराही धाम, देवीधुरा चम्पावत जिले के मां वाराही धाम देवीधुरा का मंदिर भारत के गिने-चुने वैष्णवी मंदिरों में से एक है। पौराणिक मान्यता है कि जब हिरणाक्ष्य पृथ्वी को पाताल लोक ले जा रहा था तो पृथ्वी की पुकार सुन भगवान विष्णु ने वाराहा का रूप धारण कर पृथ्वी को अपने बाम अंग में लेकर डूबने से बचाया था, तभी से पृथ्वी स्वरूपा वैष्णवी वाराही कहलाई।मान्‍यता है कि यही मां वाराही अनादि काल से गुफा में रहकर भक्तों की मनोकामना पूरी करती आ रही है। मान्यता है कि जो सच्चे मन से मां की गर्भगुफा में मां स्मरण करते हैं, मां उनकी मनोकामना शीघ्र पूरी करती है।

मां वाराही धाम, देवीधुरा के प्रसिद्ध पौराणिक कथा 

कथा के अनुसार, यहां पर एक पुरानी राक्षसी नामक कालिंग ने शक्तिशाली देवी वाराही को अपहरण कर लिया था। मां वाराही एक अवतार हैं जिन्हें शक्ति की देवी के रूप में पूजा जाता है।धार्मिक कथा के अनुसार, कालिंग ने देवी वाराही को अपहरण किया था और उन्हें अपने यातना के निमित्त बनाया। इससे पृथ्वी पर असंतुष्टि और असुरी शक्तियों का प्रकार हो गया और मानव जीवन अत्यंत दुःखमय हो गया। उन्होंने राक्षस को वध करने के लिए देवी वाराही ने उनसे युद्ध किया और उन्हें पराजित कर दिया। इससे पृथ्वी पर शांति और समृद्धि की वापसी हुई और भक्तों को उनकी समस्याओं का समाधान मिला।
धार्मिक परंपरा के अनुसार, मां वाराही धाम एक पुराना और पवित्र स्थान है, जो साधकों और भक्तों के लिए आध्यात्मिक एवं धार्मिक अभ्यास के लिए एक शक्तिशाली स्थल है। यहां पर्वतीय प्राकृतिक सौंदर्य भी है, जो यात्रियों को आकर्षित करता है।यह कथा मां वाराही धाम के महत्व को समझने में मदद करती है और यात्रियों को इस पवित्र स्थान का दर्शन करने के लिए प्रेरित करती है। भक्त इस धाम पर जाकर मां वाराही को पूजते हैं और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।
कृपया ध्यान दें कि यह कथा पौराणिक और धार्मिक विश्वासों पर आधारित है और इसका धार्मिक महत्व उत्तराखंड के स्थानीय लोगों के बीच विशेष रूप से प्रचलित है।

मां वाराही धाम, देवीधुरा में मां वाराही की पूजा विधि करने के लिए निम्नलिखित 

1. शुद्धि करें: पूजा शुरू करने से पहले, अपने शरीर को धोकर शुद्ध करें और पवित्र वस्त्र धारण करें।
2. विधि का पालन करें: पूजा में विधि के साथ जो पूजा की जाती है, उसे समझें और उसका पालन करें। इसके लिए आप स्थानीय पुजारी या पंडित से सलाह ले सकते हैं।
3. देवी वाराही का ध्यान करें: पूजा करने से पहले, मन को शुद्ध करने के लिए ध्यान करें और देवी वाराही को अपने मन में स्थान दें।
4. मूल मंत्र का जाप करें: "ॐ वाराही देव्यै नमः" यह मूल मंत्र है, जिसका जाप करते हुए मां वाराही को पूजा जाता है।
5. पुष्प अर्पण करें: फूल, दीपक, धूप, और अगरबत्ती आदि के साथ देवी वाराही को अर्पण करें।
6. प्रार्थना करें: मां वाराही से अपनी मनोकामनाएं मांगें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।
7. व्रत करें: यदि आप चाहें तो व्रत रख सकते हैं, जैसे कि नवरात्रि के दौरान नौ दिन का व्रत।
8. समाप्ति करें: पूजा के बाद देवी वाराही को विसर्जन करें और उनसे क्षमा याचना करें।
ध्यान दें कि पूजा की विधि स्थानीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती है, इसलिए स्थानीय पंडित या पुजारी से पूर्ण जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है। धार्मिक क्रियाओं को समझने और पालन करने के लिए भक्ति, श्रद्धा, और उत्साह के साथ जा सकता है।

मां वाराही धाम, देवीधुरा के 15 महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में 

1. मां वाराही धाम उत्तराखंड राज्य के देवीधुरा जिले में स्थित है।
2. यहां का मुख्य धार्मिक स्थल मां वाराही का मंदिर है, जिसे भक्त विशेष श्रद्धा भाव से आते हैं।
3. मां वाराही धाम उत्तराखंड के प्रमुख शक्ति पीठों में से एक है।
4. धार्मिक कथा के अनुसार, इस स्थान पर देवी वाराही ने राक्षस कालिंग का संहार किया था।
5. मां वाराही धाम को राजमार्ग और पर्वतीय रास्तों से पहुंचा जा सकता है।
6. यह स्थान धार्मिक पर्व नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ से भरा होता है।
7. मां वाराही का वाहन हाथी और वाराह (सूअर) होता है।
8. यहां के मंदिर का स्थापत्य शैली में विशेष महत्व है और यह स्थान प्राचीन कला और वास्तु के प्रमुख उदाहरणों में से एक है।
9. वाराही मंदिर के आस-पास एक प्राकृतिक झील है, जिसे कूलूक झील के नाम से जाना जाता है।
10. मां वाराही धाम के आसपास एक पुराने विशाल वृक्ष का भी धार्मिक महत्व है।
11. इस स्थान पर नजर अंधकार (नजर उतारने) के लिए एक विशेष प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है।
12. धार्मिक तथा सांस्कृतिक पर्व चैत्र नवरात्रि और वैशाख में धाम के मंदिर में विशेष धार्मिक उत्सव मनाए जाते हैं।
13. यह स्थान उत्तराखंड में प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है, जिसे दर्शनीय स्थलों की सूची में शामिल किया जाता है।
14. धाम के आसपास कई शौचालय और धर्मशाला हैं, जो यात्रियों के आराम के लिए उपलब्ध हैं।
15. मां वाराही धाम देवीधुरा के निकटतम बस अड्डे से बहुत नजदीक है, जिससे यात्रा आसानी से संभव है।
यह सूची मां वाराही धाम, देवीधुरा के महत्वपूर्ण तथ्यों का संक्षेपित सारांश है। धार्मिक और धार्मिक स्थानों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय स्रोतों और धर्मिक लोगों से परामर्श करना सुझावित है।

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