राम मंदिर रानीखेत उत्तराखंड के आल्मोड़ा जिले में

राम मंदिर रानीखेत उत्तराखंड  के आल्मोड़ा जिले में Ram Temple Ranikhet in Almora district of Uttarakhand

राम मंदिर रानीखेत उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह मंदिर रानीखेत शहर के नजदीक स्थित है और यहाँ पर भगवान राम को समर्पित है। यहाँ का मंदिर प्राचीन शैली में निर्मित है और यहाँ के मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर माता सीता ने अपना अंश छोड़ा था। रानीखेत के इस मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, पूजा और ध्यान की जाती है। यहाँ के मंदिर का सौंदर्य और प्राचीनता इसे एक पर्यटन स्थल बनाते हैं।

रानीखेत में स्थित राम मंदिर के प्राचीन कथा

रानीखेत में स्थित राम मंदिर के प्राचीनता और महत्त्व से जुड़ी कई कथाएं हैं। एक प्रमुख कथा के अनुसार, राम मंदिर का निर्माण भगवान राम के अनुयायी और भक्तों के समर्थन से हुआ था।
कथा के अनुसार, एक समय में रानीखेत में एक साधु ने तपस्या और ध्यान में बिताया। उसने यहाँ भगवान राम की पूजा की और इस स्थान को उनके अभिन्न भक्ति का केंद्र बनाया। वहां बसे लोग भी उसके संग मिलकर भजन की धुन में रमे। धीरे-धीरे, इस स्थान पर भगवान राम के मंदिर का निर्माण हुआ और यहाँ पर रोजाना आराधना और पूजा की जाने लगी।
इसके अलावा यहाँ कई स्थानीय कथाएं भी हैं जो बताती हैं कि माता सीता ने भगवान राम के साथ यहाँ पर विश्राम किया था। इसी क्षेत्र में संस्कृति, परंपरा और धार्मिकता का अनुभव किया जाता है और यहाँ की कथाएं इस स्थान को और भी पवित्र बनाती हैं।

राम मंदिर, रानीखेत उत्तराखंड में स्थित है और यहाँ कुछ रोचक तथ्य 

  1. स्थान:** यह मंदिर रानीखेत नामक छोटे शहर में स्थित है, जो उत्तराखंड के आल्मोड़ा जिले में है।
  2. प्राचीनता:** इस मंदिर की महत्त्वपूर्णता उसकी प्राचीनता में है। इसे अनेक वर्षों से भगवान राम को समर्पित माना जाता है।
  3. स्थानीय परंपरा:** कई स्थानीय कथाएं बताती हैं कि माता सीता ने भगवान राम के साथ इस स्थान पर विश्राम किया था।
  4. पर्यटन स्थल:** यहाँ के मंदिर का सौंदर्य और प्राचीनता इसे पर्यटन स्थल बनाते हैं। यात्री और दर्शनार्थी यहाँ आते हैं ताकि वे इस प्राचीन मंदिर की धार्मिकता और शांति का आनंद ले सकें।
  5. पूजा और अनुष्ठान:** यहाँ पर नियमित रूप से पूजा, भजन-कीर्तन और अनुष्ठान होते हैं, जो भक्तों को ध्यान और शांति का अनुभव कराते हैं।
राम मंदिर, रानीखेत अपनी संस्कृति, परंपरा और धार्मिकता के लिए माना जाता है और यहाँ की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता इसे एक विशेष स्थान बनाती है।

राम मंदिर, रानीखेत में पूजा 

  • आरती:** रोजाना भगवान राम की आरती होती है, जो सुबह और शाम को समय से की जाती है। भक्त इस आरती में भाग लेते हैं और दिव्य संगीत के साथ भगवान की प्रतिमा को अर्पित करते हैं।
  • हवन और यज्ञ:** कई बार हवन और यज्ञ का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें पुराने श्लोकों का पाठ किया जाता है और धूप, दीप, फल, फूल आदि से पूजा की जाती है।
  • भजन-कीर्तन:** पूजा के समय में भजन और कीर्तन किये जाते हैं। भक्त इसमें शामिल होते हैं और भगवान की महिमा गाते हैं और उन्हें याद करते हैं।
  • व्रत और उत्सव:** कई धार्मिक उत्सवों और त्योहारों के दौरान व्रत और पूजन का आयोजन भी किया जाता है। इन अवसरों पर भक्त विशेष रूप से मंदिर में आते हैं और पूजा-अर्चना में भाग लेते हैं।

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