कामाख्या देवी मंदिर: गुवाहाटी, असम

 कामाख्या देवी मंदिर: गुवाहाटी, असम

Kamakhya Devi Temple: Guwahati, Assam
कामाख्या देवी मंदिर गुवाहाटी, असम, भारत में स्थित है और यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जो मां कामाख्या को समर्पित है। यह मंदिर ब्रह्मपुत्र नदी के निकट स्थित है और इसे मां शक्ति के एक पुराणिक स्थान के रूप में पूजा जाता है। नीचे कामाख्या देवी मंदिर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:

  • स्थान: कामाख्या देवी मंदिर गुवाहाटी, असम के निकट स्थित है और यह ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है।
  • पुराणिक कथा: मां कामाख्या को ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर अपने योनि के भूतल पर गिरा था, और इस स्थान पर ही मंदिर बना है। यहां उनके पुत्र कामदेव के आत्मा का पति लोर्ड शिव ने दिलाया था।
  • महत्वपूर्ण महाकुम्भ: कामाख्या मंदिर में हर बरहसपतिवार को महाकुम्भ का आयोजन किया जाता है, जिसे "अम्बुबाछी" कहा जाता है।
  • योनि पूजा: मंदिर में मां कामाख्या की योनि की पूजा का विशेष महत्व है और इसे शक्ति पीठ के रूप में पूजा जाता है।
  • नवरात्रि उत्सव: नवरात्रि के दौरान, कामाख्या मंदिर में बड़ा उत्सव होता है जिसमें भगवानी की खास पूजा-अर्चना होती है।
  • पथर यात्रा: विशेष पर्वों पर, मां कामाख्या की मूर्ति को पथरों पर यात्रा किया जाता है, जिसे "अम्बुबाछी पथर यात्रा" कहा जाता है।
  • गर्भगृह: मंदिर में एक विशेष गर्भगृह है जहां मां कामाख्या की मूर्ति स्थित है।
  • विशेष पूजा: मंदिर में नियमित रूप से भगवानी की पूजा-अर्चना होती है और यहां विभिन्न शक्ति पीठों का प्रतिष्ठान भी है।
  • धरोहर सुरक्षा: मंदिर को सुरक्षित रखने के लिए धरोहर सुरक्षा व्यवस्था है और स्थानीय उपयोगकर्ताओं द्वारा संचालित होता है।
  • पुराणिक भूतपूर्व: कामाख्या देवी मंदिर ने भारतीय सांस्कृतिक और पुराणिक ऐतिहासिकता को बनाए रखने का कार्य किया है और यहां कई पुराणिक कथाएं जुड़ी हैं।
यहां के मंदिर का दौरा करने से भक्त धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव करते हैं, और यह स्थल विभिन्न पौराणिक और धार्मिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है।

रहस्यमयी बातें: मंदिर में पूजा करने के लिए कोई मूर्ति नहीं है और देवी हर मानसून में रजस्वला होती हैं।

समर्पित: देवी शक्ति

समय: सुबह 5:30 - रात 10:30 (हर दिन)

हनीमून कपल को मां कामाख्या मंदिर जरूर जाना चाहिए

स्त्रीत्व और मासिक धर्म का जश्न मनाते हुए क्योंकि इस मंदिर की देवी को हर साल मानसून के दौरान रक्तस्राव होता है, गुवाहाटी में कामाख्या देवी मंदिर भारत का एक रहस्यमय मंदिर है। यह मंदिर नीलाचल पहाड़ी के ऊपर स्थित है और सदियों पुराना और भारत के प्रसिद्ध 51 शक्तिपीठों में से एक है।

जब आप मंदिर परिसर में प्रवेश करते हैं, तो आपको कोई देवता नहीं बल्कि एक पत्थर के आकार की योनि या "योनि" दिखाई देगी, जिसकी भक्त पूजा करते हैं। तीर्थयात्री इसे लाल साड़ी से ढकते थे। मंदिर हर साल जून तक बंद रहता है क्योंकि देवी के रक्तस्त्राव से भूमिगत जल भंडार लाल हो जाता है।

गुवाहाटी के कामाख्या देवी मंदिर के दर्शन करते ही आपके शरीर में विचित्रता की धारा प्रवाहित हो जाएगी। देवी की उर्वरता का जश्न मनाने के लिए हर साल मानसून के मौसम में तीन दिनों तक अंबुबाची उत्सव मनाया जाता है। उस दौरान मंदिर बंद रहता है और चौथे दिन फिर से खुलता है।

नोट: आम जनता के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। हालाँकि, संसदीय और रक्षा बलों को प्रति व्यक्ति 10 रुपये (लगभग) का भुगतान करना होगा। सीधे प्रवेश के लिए 101 INR (लगभग) विकल्प और 501 INR (लगभग) की विशेष प्रविष्टि है।

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