मीन संक्रांति 2024 तिथि ! मीन संक्रांति की पूजा विधि , Meen Sankraanti 2024 Tithi ! Meen Sankraanti Kee Pooja Vidhi

मीन संक्रांति 2024 तिथि ! मीन संक्रांति की पूजा विधि

हिंदू कैलेंडर में बारहवें महीने की शुरुआत को मीना संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। यह आखिरी महीना है और इस दिन सूर्य मीन राशि में प्रवेश करता है। इस दिन को दक्षिणी भारत में मीना संक्रमणम के नाम से भी जाना जाता है। अन्य सभी संक्रांति त्योहारों की तरह, इस दिन वस्तुओं का दान करना और आशीर्वाद प्राप्त करना शुभ होता है। इस दिन को संस्कृति के अनुसार अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है और कहा जाता है कि इस दिन भूमि दान करना अपने लिए खुशी तलाशने का एक अच्छा तरीका है।
ऐसा कहा जाता है कि संक्रांति के बाद आने वाली सोलह घटियाँ शुभ घटियाँ मानी जाती हैं। स्वयं को अतीत के पापों से मुक्त करने के लिए परिवारों में कई प्रकार के पवित्र जप और पूजाएँ की जाती हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र जल में स्नान करना शुभ माना जाता है। बंगाली को छोड़कर अन्य सभी हिंदू संस्कृतियों के अनुसार संक्रांति का अर्थ एक नए महीने की शुरुआत है और इसलिए यह माना जाता है कि आज के अच्छे कर्मों का फल आने वाले पूरे महीने में मिलेगा।
मीन संक्रांति 2024 तिथि ! मीन संक्रांति की पूजा विधि

मीन संक्रांति की पूजा विधि

मान्यता है कि इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती आदि पवित्र नदियों में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। इस दिन वैदिक मंत्रों का उच्चारण करना और दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन प्रातः सूर्योदय के समय किसी पवित्र नदी में स्नान करें। यदि ऐसा संभव न हो तो घर पर ही जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्नान करते समय सूर्य देव को नमस्कार करें और उनसे अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें। इस दिन मंदिर जाकर भगवान् के दर्शन करें अथवा घर पर ही धूप, दीप, फल, फूल, मिष्ठान आदि से भगवान् का पूजन करें। इसके पश्चात् ब्राह्मणों और ज़रूरतमंदों को अन्न, वस्त्र एवं अन्य उपयोगी वस्तुओं का दान करें। इस दिन भूमि का दान करना विशेष रूप से शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन प्रायः सभी मंदिरों को फूलों से बड़ी ही सुंदरता से सजाया जाता है और दीप जलाये जाते हैं। इस दिन किये गए दान और पुण्य कर्मों से सभी जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं। देश भर के विभिन्न हिस्सों में, विशेष रूप से ओडिशा में मीन संक्रांति का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।

मीन संक्रांति 2024 तिथि

वैदिक पंचांग के अनुसार, सूर्य देव 14 मार्च 2024, गुरुवार के दिन मीन राशि में प्रवेश करेंगे. इसी दिन पवित्र स्नान और दान-पुण्य का भी कार्य किया जाएगा. बता दें कि मीन संक्रांति के दिन पुण्य काल दोपहर 12:46 से शाम 06:29 तक रहेगा. वहीं महा पुण्य काल दोपहर 12:46 से दोपहर 02:46 के बीच रहेगा. मीन संक्रांति का क्षण दोपहर 12:46 पर होगा. मीन संक्रांति के दिन तिथि होगी फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि और इस दिन वैधृति योग का निर्माण होगा. साथ ही भरणी नक्षत्र में सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन गुरुवार का दिन रहेगा और बव व बालव करण का भी निर्माण होगा.

मीना संक्रांति का महत्व

मीना संक्रांति 2024 – शास्त्रों में मीना संक्रांति का बहुत महत्व है और इसका विस्तार से उल्लेख देखने को मिलता है। व्यावहारिक रूप से इन दिन को बहुत अच्छा माना जाता है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से यह दिन शुभ और पवित्र नहीं माना गया है। अलग मान्यताओं और ग्रंथो के आधार पर प्रत्येक क्षेत्र में इसे अलग अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। माना जाता है इस दिन के बाद से दिन का समय काल बढ़ जाता है और रातें छोटी हो जाती हैं। इसी दिन नए वातावरण की शुरूआत होती है जिसमें वायु भी पहले से साफ हो जाती है।
मीना संक्रांति 2024 – इस समय काल में देवताओं की अराधना करने, योग और ध्यान लगाने में बहुत आसानी हो जाती है। जिससे बुद्धि और तन मन की शुद्धि हो जाती है। पुण्यकाल के समय तीर्थ स्थानों में किए स्नान को बहुत ही शुभ माना गया है। मीना संक्रांति के समय रातों की अवधि के साथ नकारात्मक शक्तियां भी कम हो जाती है। सूर्य देवता की पूजा का इस दिन विशेष महत्व है।

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