radha krishna shayari, कृष्ण प्रेम शायरी- krishna love shayari

 radha krishna shayari

कृष्ण प्रेम शायरी

यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता.!!

तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता.!!

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प्यार मे कितनी बाधा देखी.!!

फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी.!!

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radha krishna shayari

संसार के लोगो की आशा न किया करना.!!

जब भी मन विचलित हो तो राधा-कृष्ण नाम लिया करना.!!

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बाजार के रंगो में रंगने की मुझे जरुरत नही.!!

मेरे कान्हा की याद आते ही.!!

ये चेहरा गुलाबी हो जाता है.!!

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प्रभु खोजने से नहीं मिलते.!!

उसमें “खो – जाने” से मिलते है.!!

!! जय श्री कृष्णा.!!

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ग़जब की मोहब्बत है वो.!!

जिसमे साथ रहने की कोई उम्मीद ना हो.!!

फिर भी प्यार बेशुमार हो.!!

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radha krishna shayari,

प्यार दो आत्माओं का मिलन होता है.!!

ठीक वैसे हीं जैसे.!!

प्यार में कृष्ण का नाम राधा.!!

और राधा का नाम कृष्ण होता है.!!

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मत रख अपने दिल में.!!

इतनी नफरते ऐ इंसान.!!

जिस दिल में नफ़रत हो.!!

उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता.!!

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क्या नींद क्या ख्वाब.!!

आँखे बन्द करू तो — तेरा चेहरा.!!

और आंख खोलू तो — तेरा ख्याल.!!

मेरे कान्हा.!!

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रूप बड़ा प्यारा है.!!

चेहरा बड़ा निराला है.!!

बड़ी से बड़ी मुसीबत को.!!

कन्हैया ने पल भर में हल कर डाला है.!!

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radha krishna shayari,

बड़ी आस ले कर आया.!!

बरसाने में तुम्हारे कर दो क्षमा.!!

किशोरी जी अपराध मेरे सारे.!!

सवारू में भी अपना जीवन.!!

श्री राधा नाम जपते जपते.!!

प्रेम से बोलो श्री राधे.!!

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राधा के हृदय में श्री कृष्ण.!!

राधा की साँसों में श्री कृष्ण.!!

राधा में ही हैं श्री कृष्ण.!!

इसीलिए दुनिया कहती हैं.!!

राधे-कृष्ण राधे-कृष्ण.!!

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राधा-राधा जपने से.!!

हो जाएगा तेरा उद्धार.!!

क्योंकि यही वो नाम है.!!

जिससे कृष्ण को प्यार.!!

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मेरे प्यारे सांवरिया.!!

तेरी फूल सी फितरत, मेरा काटेंदार वजूद.!!

तो क्यों ना मिलकर हम गुलाब हो जाएं.!!

राधे राधे.!!

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वाह रे मेरे साँवरे.!!

तुँ और तेरा इश्क.!!

जो तुझे जान ले.!!

तुँ उसी की जान ले.!!

राधे राधे.!!

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जन्माष्टमी के इस अवसर पर.!!

हम ये कामना करते हैं.!!

कि श्री कृष्ण की कृपा आप पर.!!

और आपके पूरे परिवार पर हमेशा बनी रहे.!!

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माखन चोर नन्द किशोर.!!

बांधी जिसने प्रीत की डोर.!!

हरे कृष्ण हरे मुरारी.!!

पुजती जिन्हें दुनिया सारी.!!

आओ उनके गुण गाएं सब.!!

मिल के जन्माष्टमी मनाये.!!

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गोकुल में जिसने किया निवास.!!

उसने गोपियों के संग रचा इतिहास.!!

देवकी-यशोदा जिनकी मैया.!!

ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया.!!

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बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा.!!

ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा.!!

डूब रही अगर कश्ती मझधार में.!!

कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा.!!

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छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे.!!

मेरी साँसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे.!!

लौट आओ मोहन किस बात पे अड़े हो.!!

मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो.!!

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हे बांके बिहारी.!!

नही रही कोई और हसरत इक तेरे दिदार के सिवा.!!

गौ़रतलब ये है मेरे नूर-ऐ-हरि.!!

अब हर तमन्ना ने मुझसे किनारा कर लिया.!!

राधे राधे जय श्री कृष्णा.!!

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मटकी तोड़े, माखन खाए.!!

फिर भी सबके मन को भाये.!!

राधा के वो प्यारे मोहन.!!

महिमा उनकी दुनिया गाये.!!

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पीर लिखो तो मीरा जैसी.!!

मिलन लिखो कुछ राधा सा.!!

दोनों ही है कुछ पूरे से.!!

दोनों में ही वो कुछ आधा सा.!!

जय श्री कृष्णा.!!

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मेरे कान्हा.!!

जानते हो फिर भी अंजान बनते हों.!!

इस तरह क्यों हमें परेशान करते हों.!!

पुछते हो तुम्हें क्या क्या पंसद है.!!

जबाब खुद हो फिर भी सवाल करते हों.!!

राधे राधे जय श्री राधे कृष्णा.!!

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वो दिन कभी न आए.!!

हद से ज्यादा गरूर हो जाये.!!

बस इतना झुका कर रखना.!!

“मेरे कन्हैया” की हर दिल.!!

दुआ देने को मजबूर हो जाये.!!

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Radha Krishna Prem Shayari

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जहाँ बेचैन को चैन मिले वो घर तेरा वृन्दावन है.!!

जहां आत्मा को परमात्मा मिले वो दर तेरा वृन्दावन है.!!

मेरी रूह तो प्यासी थी, प्यासी है तेरे लिए सावरिया.!!

जहां इस रूह को जन्नत मिले वो स्थान ही मेरा श्री वृन्दावन है.!!

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सुनो कान्हा तुम.!!

Five Star की तरह दिखते हो.!!

Munch की तरह शरमाते हो.!!

Cadbury की तरह जब तुम मुस्कुराते हो.!!

Kit Kat की कसम.!!

तूम बहुत सुंदर नजर आते हो.!!

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जानते हो फिर भी अंजान बनते हों.!!

इस तरह क्यों हमें परेशान करते हों.!!

पुछते हो तुम्हें क्या क्या पंसद है.!!

जबाब खुद हो फिर भी सवाल करते हों.!!

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पीर लिखो तो मीरा जैसी.!!

मिलन लिखो कुछ राधा सा.!!

दोनों ही है कुछ पूरे से.!!

दोनों में ही वो कुछ आधा सा.!!

जय श्री कृष्णा.!!

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हे बांके बिहारी.!!

नही रही कोई और हसरत इक तेरे दिदार के सिवा.!!

गौ़रतलब ये है मेरे नूर-ऐ-हरि.!!

अब हर तमन्ना ने मुझसे किनारा कर लिया.!!

राधे राधे जय श्री कृष्णा.!!

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Krishna bhakti shayari in Hindi

कैसे लफ्जो मे बयां करूँ.!!

खूबसुरती तुम्हारी.!!

सुंदरता का झरना भी.!!

तुम हो मोहब्बत का दरिया भी.!!

तुम हो मेरे श्याम.!!

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राधा मुरली-तान सुनावें.!!

छीनि लियो मुरली कान्हा से.!!

कान्हा मंद-मंद मुस्कावें.!!

राधा ने धुन,प्रेम की छेड़ी.!!

कृष्ण को तान पे,नाच नचावें.!!

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मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया.!!

जमुना के तट पे विराजे हैं.!!

मोर मुकुट पर कानों में कुंडल.!!

कर में मुरलिया साजे हैं.!!

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तुम्हारी “चाहत” की.!!

“हद” हो सकती है मगर.!!

“दिल” की बात बताता हू.!!

मै “बेहद” तुम्हे चाहता हू.!!

राधे कृष्णा हरे कृष्णा.!!

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कर भरोसा राधे नाम का.!!

धोखा कभी न खायेगा.!!

हर मौके पर कृष्ण.!!

तेरे घर सबसे पहले आयेगा.!!

जय श्री राधेकृष्ण.!!

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राधा कहती है दुनियावालों से.!!

तुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर है.!!

प्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दिया.!!

और मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया.!!

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क्या नींद क्या ख्वाब.!!

आँखे बन्द करू तो.!!

तेरा चेहरा आंख खोलू.!!

तो तेरा ख्याल मेरे कान्हा.!!

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प्यार दो आत्माओं का मिलन होता है.!!

ठीक वैसे हीं जैसे.!!

प्यार में कृष्ण का नाम राधा.!!

और राधा का नाम कृष्ण होता है.!!

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सुन्दर से भी अधिक सुंदर है तु.!!

लोग तो पत्थर पूजते है, मेरी तो पूजा है तु.!!

पूछे जो मुझसे कौन है तु.!!

हँसकर कहता हुँ, जिंदगी हुँ में और साँस है तु.!!

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माना कि मुझमे मीरा सी कोई कशिश नही.!!

गोपी के जैसे रो सकू वो जज्बात नही.!!

एकबार मेरे साँवरे इस दिल की भी सुनो.!!

मेरे राधा कृष्णा मुरारी.!!

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हे मन, तू अब कोई तप कर ले.!!

एक पल में सौ-सौ बार.!!

कृष्ण नाम का जप कर ले.!!

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