गणेश चतुर्थी पर 2 लाइन शायरी स्टेटस संदेश
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गणेश चतुर्थी पर 2 लाइन शायरी स्टेटस संदेश (Ganesh Chaturthi,2 line shayari )
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बंद कर दे दुख का दरवाजा, सुख का दरवाजा खोल दे
गणपति हम तो बंदे तेरे, तेरे बिन हम मिट्टी के ढेले।
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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गम का अंधेरा छट जाता है, नयी उमंग का सूरज आता है
जब भी ज़बाँ पर नाम, गणपति का आता है।
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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मन में उत्साह भर जाता है,
जब भी गणेश चतुर्थी आते है,
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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गणेश जी का रूप निराला हैं
चेहरा भी कितना भोला भाला हैं
जिसे भी आती हैं कोई मुसीबत
उसे इन्ही ने तोह संभाला हैं
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं
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जैसे दीपक में बाती हैं,
वैसे गणपति हमारे साथी हैं।
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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खुशियों की बगिया खिली है,
जब से गजानन आपकी कृपा मिली है।
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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ढोल बज रही है, दुनियां सारी सज रही है
लगता है, गणपति की सवारी आ रही है। हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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मुझे डर नहीं, किसी भी चीज़ का
जब तक साथ हो, मेरे गणपति का।
हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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भटके हुए को भी सही राह ले आते,
तभी तो वक्रतुंड कहलाते। हैप्पी गणेश चतुर्थी !
विघ्नहर्ता सब विघ्न हर लेते,
सुख-समृद्धि से वो घर भर देते। हैप्पी गणेश चतुर्थी !
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आते बड़े धूम धाम से गणपति जी,
जाते बड़े धूम धाम से गणपति जी,
आखिर सबसे पहले आकर,
हमारे दिलो में बस जाते गणपति जी
गणपति बाबा मोरिया, मंगल मूर्ति मोरया
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं
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गणराया तुझ्या येण्याने
सुख, समृध्दी, शांती, आरोग्य लाभले
सर्व संकटाचे निवारण झाले
तुझ्या आशिर्वादाने यश लाभले
असाच आशीर्वाद राहू दे…
गणेशचतुर्थीच्या हार्दिक शुभेच्छा
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पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था. गणेश चतुर्थी को लेकर कुछ खास बातें:
- गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो आपके जीवन में आने वाले सभी दुख-दर्द को दूर करते हैं.
- किसी भी नए काम की शुरुआत से पहले भगवान गणेश की पूजा करने की परंपरा है.
- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान गणेश जी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि, स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में दोपहर के प्रहर में हुआ था.
- गणेश चतुर्थी तिथि लेकर अनंत चतुर्दशी तक यानी लगातार 10 दिनों तक विधि-विधान के साथ गणेश जी की पूजा उपासना किया जाता है.
- 10 दिनों तक गणेश उत्सव मनाने का यह कारण है कि वेद व्यास जी ने भगवान गणेश से महाभारत ग्रंथ लिखने की प्रार्थना की थी.
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