हनुमान जयंती से जुड़े फैक्ट,लाभ और कुछ मंत्र,Hanuman Jayanti Se Jude Fact,Laabh Aur Kuchh Mantr
हनुमान जयंती, भगवान हनुमान के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है. इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है. साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है! पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा को और दूसरी कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है !
Hanuman Jayanti Se Jude Fact,Laabh Aur Kuchh Mantr |
हनुमान जयंती से जुड़े लाभ और फैक्ट
- हनुमान जी को अष्ट चिरंजीवियों में से एक माना जाता है.
- हनुमान जी भगवान शिव के अवतार हैं और भगवान राम के परम भक्त हैं.
- हनुमान जयंती को विजयअभिनंदन और जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है.
- पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को मंगलवार के दिन हुआ था. इसलिए इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है.
- हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है. वह भगवान श्री राम के भी परम भक्त हैं.
- हनुमान जयंती पर काले रंग के कपड़े नहीं पहने जाते, शराब का सेवन नहीं किया जाता, और तामसिक खाद्य पदार्थ नहीं खाए जाते..
- हनुमान जी का नामकरण इस वजह से हुआ क्योंकि इंद्र के वज्र से उनकी ठुड्डी (संस्कृत में हनु) टूट गई थी.
- हनुमान जी के कई नाम हैं, जैसे कि बजरंग बली, मारुति, अंजनी सुत, पवनपुत्र, संकटमोचन, केसरीनन्दन, महावीर, कपीश, शङ्कर सुवन आदि.
- महाभारत काल में पांडु और कुंती पुत्र भीम को भी हनुमान जी का भाई कहा गया है.
- हनुमान जयंती बड़ी संख्या में भक्त मनाते हैं. इस दिन लोग काले रंग के कपड़े नहीं पहनते, शराब का सेवन नहीं करते, और तामसिक खाद्य पदार्थ नहीं खाते.
- हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है. इनकी पूजा करने से कई रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं
- हनुमान जयंती को राम भक्तों और हनुमान भक्तों के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है.
- हनुमान जी के पांच भाई थे. इनके नाम मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, और द्र्टिमान हैं.
- महाभारत काल में पांडु और कुंती पुत्र भीम को भी हनुमान जी का भाई कहा गया है.
- इंद्र के वज्र से हनुमान जी की ठुड्डी टूट गई थी. इसलिए उनका नाम हनुमान पड़ा.
- हनुमान जी को कई नामों से जाना जाता है, जैसे बजरंग बली, मारुति, अञ्जनि सुत, पवनपुत्र, संकटमोचन, केसरीनन्दन, महावीर, कपीश, शङ्कर सुवन.
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हनुमान जयंती से जुड़े लाभ
हनुमान जयंती के दिन, हनुमान जी की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और हनुमान जी की कृपा मिलती है. इस दिन हनुमान जी के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है. हनुमान जयंती पर हनुमान जी से जुड़े कुछ प्रतीक घर लाने से भी घर में सुख-समृद्धि आती है
हनुमान जयंती पर ये काम करने से भी लाभ मिलता है:
- हनुमान चालीसा का पाठ करना
- हनुमान जी को उनकी पसंद की चीज़ें चढ़ाना
- हनुमान जी के मंदिर में बूंदी का प्रसाद चढ़ाना और बांटना
- जगह-जगह भंडारा करवाना लना
- पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जलाना
- हनुमान जी की आरती करना
- चमेली के तेल का दीपक जलाना और उसमें दो लौंग डा
- हनुमान जी को लाल फूल की माला, सिंदूर, और चोला चढ़ाना
- हनुमान जी को गुलाब की माला अर्पित करना !
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हनुमान जयंती से जुड़े कुछ मंत्र
- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट,
- ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा,
- ॐ श्री हनुमते नम,
- ॐ हं हनुमते नम,
हनुमान जयंती पर इन मंत्रों का जाप भी किया जा सकता है:
- 'ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिममुखाय गरुडाननाय मं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा'
- 'ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय उत्तरमुखाय आदिवराहाय लं लं लं लं लं सकल संपत्कराय स्वाहा'
- 'ॐ नमो भगवते पंचवदनाय दक्षिणमुखाय करालवदनाय नरसिंहाय ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रें ह्रौं ह्रः सकल भूत प्रमथनाय स्वाहा'
- धनु, मीन, वृषभ और तुला राशि: ॐ हं हनुमते नम:
- मिथुन और कन्या राशि: अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानंं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानरानामधिशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
- कर्क राशि: ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्
- मकर और कुंभ राशि: ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा !
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