Jai Shree Shyam : बाबा श्याम शायरी संदेश,Baba Shyam Shayari Sandesh
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, खाटू श्याम जी भगवान श्री कृष्ण के ही अवतार हैं। राजस्थान में स्थित उनका भव्य और प्रसिद्ध मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। महाभारत युद्ध में, बर्बरीक, घटोत्कच के पुत्र, ने अपनी अद्भुत शक्ति से 100 हजार कौरवों का वध कर दिया था। युद्ध के नियमों का उल्लंघन होने से रोकने के लिए, भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक का शीश मांग लिया। द्ध के बाद, बर्बरीक का शीश कटु नामक स्थान पर प्रकट हुआ। 16वीं शताब्दी में, साधु गोविंदराम महाराज को स्वप्न में आदेश मिला कि वे बर्बरीक के शीश की पूजा करें। उन्होंने कटु में मंदिर का निर्माण करवाया, जो आज खाटू श्याम जी के नाम से जाना जाता है।
Baba Shyam Shayari Sandesh |
बाबा श्याम शायरी संदेश,Baba Shyam Shayari Sandesh
गम ने हंसने न दिया जमाने ने रोने न दिया।
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली
नींद आई तो श्याम तेरी याद ने सोने न दिया।
।। जय श्री श्याम।।
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श्यामसुन्दर को जो देखा, खिल गई मन की कली,
भूल बैठे हम कहाँ हैं, कौन सी है अपनी गली।।
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जब मुझे यकीन है कि कान्हा हमेशा मेरे साथ है,
तो इस से कोई फर्क नहीं पढ़ता कि कौन-कौन मेरे खिलाफ है।
।। जय श्री श्याम।।
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कदर प्रेम की जो जाणे, देव न ऐसा दूजा है।
तभी तो मेरे मन मन्दिर में, श्याम नाम का गूंजा है।
।। जय श्री श्याम।।
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है आरजू करूं दीदार श्याम प्यारे का
नजर से चूम लू, दरबार श्याम प्यारे का।
हमेशा होती है इस दर पे बारिशे रहमत की
है ऐसा जलवा मेरे दिलदार श्याम प्यारे का।।
।। जय श्री श्याम।।
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कोई कहता है कि सारा जमाना है मेरा
कोई कहता है अपना भी बेगाना है मेरा
कोई कहता है कुबेर का खजाना है मेरा
पर
मै कहता हु की श्याम के चरणों में ठिकाना है मेरा
।। जय श्री श्याम।।
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देते है वो सबकी बातों का जवाब!
दुःख अपने दिल का उनको,बता कर देखिये!
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शोभा तेरे रूप की बाबा,
देख नाचे मन का मोर।
इत देखू उत देखू चारों ओर,
इत देखू उत देखू चारों ओर,
तेरे जैसा बाबा ना कोई और।।
।। जय श्री श्याम।।
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।। जय श्री श्याम।।
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स्वर्ग का सपना छोड़ दो, नर्क का डर छोड़ दो।
कौन जाने क्या पाप, क्या पुण्य, बस
किसी का दिल न दुखे, अपने स्वार्थ के लिये
बाकी सब कुदरत पर छोड़ दो।।
।। जय श्री श्याम।।
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मुझे मंजूर है ये सौदा, आप यूं ही याद आते रहो,
आंसुओं के सहारे ही सही मेरे नैनों में समाते रहो।
।। जय श्री श्याम।।
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।। जय श्री श्याम।।
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ना मांगू मैं महल दुमहले ना बंगला ना कोठी।
जन्म मिले उस आंगन में जहां जले श्याम की ज्योति।।
।। जय श्री श्याम।।
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आ जाते है आँसू बार बार, मुझे प्यार छिपाना नहीं आता
दुनिया पूछती है !
क्या रिश्ता है तेरा श्याम से, पर मुझे बताना नही आता
।। जय श्री श्याम।।
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बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ
और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ,
बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी,
इक तू ही है जिसके सहारे मैं चलता हूँ।
।। जय श्री श्याम।
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यह साँवरे का दरबार है , यहाँ मनमानी नही होती !
यह बात भी पक्की है कि यहाँ, कोई परेशानी नही होती !!
कुछ तो बात होगी, मेरे साँवरे सरकार में
वरना यूँही दुनिया इनकी, दीवानी नही होती !!!
।। जय श्री श्याम ।।
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थोड़ा सा विश्वास रखो तो तार देते हैं
मन में आस रखो तो संवार देते हैं
ऐसे दयालु है मेरे श्याम बाबा
दिल के पास रखो तो बेइन्तहा प्यार देते हैं
!! जय श्री श्याम राधे – राधे !!
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बड़ी मुश्किल मैं हूँ कान्हा कैसे इजहार करु
तू तो खुशबु है तुझे कैसे गिरफ्तार करु
कान्हा तेरी मोहब्बत पर मेरा हक नहीं है लेकिन
दिल कहता है आखिरी साँस तक तेरा इंतज़ार करु
।। जय श्री श्याम ।।
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मेरे श्याम ! तुम पूछ लेना सुबह से, ना यकीन हो तो शाम से
ये दिल धड़कता है सिर्फ बाबा श्याम तेरे ही नाम से।।
।। जय श्री श्याम।।
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तुझसा सुन्दर कोई फ़साना नहीं
यूँ ही दिल हमारा तेरा दीवाना नहीं
ऐसा नहीं हैं की हम नहीं गए कहीं और पर
तेरे दर के जैसा कोई और ठिकाना ही नहीं
।। जय श्री श्याम ।।
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माटी का शरीर तेरा, एक दिन माटी में ही मिल जायेगा,
ले शरण बाबा “श्याम” की, तेरा जीवन सफ़ल हो जायेगा।
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दिल की हसरत अब जुबाँ पर आने लगी है
और तुम्हें देखकर तो मेरी जिंदगी मुस्कुराने लगी है
ये प्रेम की इंतहाँ है या मेरी दीवानगी मेरे श्याम
कि हर सूरत में तेरी सूरत नजर आने लगी है
॥ जय श्री श्याम ॥
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नैन नशीले श्याम के, नैनो से जादू करता है
एक बार जो नजर मिला ले, फिर वो श्याम – श्याम करता है
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बिगड़ा नसीब भी सवँर जाता है।
बंद किस्मत का ताला भी खुल जाता है।।
दूर हो जाता है उस जिंदगी से हर अंधेरा।
जो सर श्री श्याम प्यारे के दर पर झुक जाता है।।
॥ जय श्री श्याम ॥
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थोड़ा सा गर विश्वास रखो तो तार देते हैं।
मन में गर आस रखो तो संवार देते हैं,
ऐसे दयालु है मेरे श्याम,
दिल के पास रखो तो बेइन्तहा प्यार देते हैं। ।
।। जय श्री श्याम।।
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"श्याम का दिया हमे सब कबूल है
इसके रहते चिन्ता करना फिजुल है
आयेगी मुसीबत भी तो मेरा श्याम टालेगा
हम श्याम दिवाने है हमे श्याम ही सम्भालेगा"
।। जय श्री श्याम।।
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वो शरीर ही किस काम का,
जो नाम ना ले श्याम का।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरे साँवरे तेरा कोई जवाब नहीं
तू कब किसकी झोली भर दे कोई हिसाब नहीं
खड़ा हूँ तेरे द्वारे साँवरे बस तेरे सहारे के लिये
तू दे दे मुझे सहारा मुझे दुनिया की दरकार नहीं
।। जय श्री श्याम।।
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बेदर्द जमाने ने ठोकर जो लगाई हैं,
उस दर्द की सांवरिया तेरे पास दवाई हैं,
श्याम प्यार से आकर के दो घूंट पिला जाओ मुझे,
तेरी जरूरत हैं फुर्सत हैं तो आ जाओ।।
।। जय श्री श्याम।।
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जिस घर के आंगन में तेरी ज्योत निराली है,
हर रोज वहां होली, हर रोज दिवाली है।
जिस घर में सांवरिया तेरा नाम चहकता है,
उस घर का हर कोना खुशियों से महकता है।
।। जय श्री श्याम।।
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जब जब हूँ मैं बाबा हारा, श्याम तूने दिया सहारा,
जब जब ना मिला किनारा, श्याम तूने पार उतारा।
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तेरी रहमत का असर, दुआओं में पाया है
आई जब भी मुसीबत,
तूने ही साथ निभाया है,
कैसे कह दूँ...
कि तेरा और मेरा कोई रिश्ता नहीं।
गिरा मेरा जब भी आंसू
इसमे तेरा ही चेहरा नज़र आया है
।। जय श्री श्याम ।।
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हर मंजर में मैं पाऊं तुम्हे कैसे कहूँ श्याम कितना चाहूं तुम्हें
बस तुमसे ही है ये जिन्दगी मेरी यूं ही कैसे भूल जाऊं तुम्हें
।। जय श्री श्याम।।
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तेरे हर हुकुम पर गुजारा करुँ ,
तेरी हर रजा को गंवारा करुँ..!
बने आईना तु मेरा श्याम ,
तुझे देख देख खुद को संवारा करुँ..!!
।। जय श्री श्याम ।।
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दिल का क्या हैं तेरी यादों के सहारे भी जी लेगा,
हैरान तो आंखे हैं जो तड़पती हैं तेरे दीदार को।।
।। जय श्री श्याम।।
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