संतोषी माता की आरती ॥ Santoshi Mata ki Aarti in Hindi

 संतोषी माता की आरती॥ Santoshi Mata ki Aarti in Hindi

संतोषी माता की पूजा क्यों की जाती है?

माता संतोषी को सुख शांति और वैभव की देवी माना जाता है. माना जाता है कि शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से घर में सुख समृद्धि आती है, साथ ही जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा वो संतान प्राप्ति के लिए इस व्रत को करते हैं.

संतोषी माता की आरती ॥ Santoshi Mata ki Aarti in Hindi

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता ।
अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥
जय संतोषी माता..

सुन्दर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो ।
हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥
जय संतोषी माता..

गेरू लाल छटा छबि, बदन कमल सोहे ।
मंद हंसत करुणामयी, त्रिभुवन मोहे ॥
जय संतोषी माता..

स्वर्ण सिंहासन बैठी, चंवर दुरे प्यारे ।
धूप, दीप, मधु, मेवा, भोग धरे न्यारे ॥
जय संतोषी माता..

गुड़ अरु चना परमप्रिय, तामें संतोष कियो ।
संतोषी कहलाई, भक्तन वैभव दियो ॥
जय संतोषी माता..

शुक्रवार प्रिय मानत, आज दिवस सोही ।
भक्त मंडली आई, कथा सुनत वोही ॥
जय संतोषी माता..

मंदिर जग मग ज्योति, मंगल ध्वनि छाई ।
विनय करें हम सेवक, चरनन सिर नाई ॥
जय संतोषी माता..

भक्ति भावमय पूजा, अंगीकृत कीजै ।
जो मन बसे हमारे, इच्छित फल दीजै ॥
जय संतोषी माता..

दुखी दारिद्री रोगी, संकट मुक्त किए ।
बहु धन धान्य भरे घर, सुख सौभाग्य दिए ॥
जय संतोषी माता..

ध्यान धरयों जन ने, मनवांछित फल पायो ।
पूजा कथा श्रवण कर, घर आनन्द आयो ॥
जय संतोषी माता..

शरण गहे की लज्जा, रखियो जगदम्बे ।
संकट तू ही निवारे, दयामयी अम्बे ॥
जय संतोषी माता..

संतोषी माता की आरती, जो कोई नर गावे ।
रिद्धि सिद्धि सुख सम्पति, जी भरकर पावे ॥
जय संतोषी माता..

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