गणेश लक्ष्मी कुबेर मंत्र और पूजा के नियम, Ganesh Lakshmi Kuber Mantra and rules of worship

गणेश लक्ष्मी कुबेर मंत्र और पूजा के नियम

गणेश लक्ष्मी कुबेर मंत्र

गणेश, लक्ष्मी, और कुबेर की पूजा करते समय इन मंत्रों और नियमों का पालन करने से आर्थिक समृद्धि, पद, प्रतिष्ठा, और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है:

कुबेर मंत्र:

  • "ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः।"
इस मंत्र का जाप 108 बार करें और इसे 21 दिनों तक दोहराएं। यह मंत्र धन, सौभाग्य और प्रतिष्ठा की प्राप्ति के लिए अत्यंत प्रभावी है।

गणेश जी के मंत्र:

  • "ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।"
इस मंत्र के जाप से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है, और सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।

पूजा के नियम:

  • लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां रखते समय, गणेश जी को बाईं ओर और लक्ष्मी जी को दाईं ओर रखें।
  • कुबेर जी की मूर्ति या चित्र को उनके सामने या बाईं ओर रखें।
  • गणेश जी को पीले फूलों की माला और लक्ष्मी जी को कमल गट्टे की माला पहनाएं।
  • धूपबत्ती और घी का दीपक जलाकर पूजा करें।
  • गणेश जी को लड्डुओं और लक्ष्मी जी को खीर या सफ़ेद मिठाई का भोग लगाएं।
इन उपायों से धन, सुख-समृद्धि और जीवन में शांति की प्राप्ति होती है।

टिप्पणियाँ