विनायक चतुर्थी 2024 अक्टूबर में कब मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी की तारीख और मुहूर्त
हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है और यह गणेश भगवान को मनाया जाता है। इस दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है ताकि काम में सफलता प्राप्त हो। माना जाता है कि इस व्रत से आय, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में मोटापे से सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं।
विनायक चतुर्थी की तिथि और उत्सव
इस वर्ष, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 अक्टूबर को प्रातः 7:49 बजे से प्रारम्भ होकर 7 अक्टूबर को प्रातः 9:47 बजे समाप्त होगी। चंद्रास्त शाम 7:53 बजे होगा, इसलिए साधक 6 अक्टूबर को विनायक चतुर्थी का व्रत और पूजन कर सकते हैं।
शुभ योग
इस विनायक चतुर्थी पर दुर्लभ प्रियता योग बन रही है जो पूरी रात श्रीकांत रहेगी। इसके साथ रवि योग और रात्रि में भद्रावास योग भी बन रहा है। इन योगों में गणपति बप्पा की पूजा करने से जीवन में सभी दुख अवश्य दूर होंगीविनायक चतुर्थी पूजा विधि
- प्रातः स्नान कर साफ-सुथरा होटल।
- पूजा के लिए वेदी को साफ कर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
- गणेश जी को गंगाजल से स्नान करवाएं, सिन्दूर और चंदन का तिलक लगाएं।
- पीले फूलों की माला बनाएं और मोदक का भोग लगाएं।
- देशी घी का दीपक वैदिक मंत्रों से गणेश जी का ध्यान करें।
- संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा का पाठ और आरती करें।
- व्रत के लिए अगले दिन भगवान को चढ़ाए गए प्रसाद से व्रत तोड़ें।
- गणेश जी की पूजा में तुलसी पत्र का प्रयोग न करें।
मंत्रों का जाप
विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के मंत्रों का जाप और चालीसी गणेश का पाठ शुभ माना जाता है।- गणेश मंत्र:
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।।
टिप्पणियाँ