महाशिवरात्रि बुधवार, 26 फरवरी को, ऐसे करें भगवान शिव का अभिषेक | mahaashivaraatri budhavaar, 26 pharavaree ko, aise karen bhagavaan shiv ka abhishek

Mahashivratri: बुधवार, 26 फरवरी को, ऐसे करें भगवान शिव का अभिषेक

भगवान शिव की पूजा और अभिषेक करने से भक्तों को सुख, शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से सोमवार के दिन शिवलिंग का अभिषेक करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं। यदि आप शिवजी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो सही विधि से अभिषेक करें। आइए जानते हैं अभिषेक की संपूर्ण विधि -

शिव अभिषेक की विधि

स्नान एवं शुद्धिकरण

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • घर के मंदिर को साफ करें और पूजा स्थल को शुद्ध करें।

सूर्य देव को जल अर्पित करें

  • पूजा प्रारंभ करने से पहले सूर्यदेव को जल चढ़ाएं।
  • सूर्य को अर्घ्य देने के बाद भगवान शिव की आराधना करें।

शिवलिंग स्थापना एवं गंगाजल से अभिषेक

  • शिवलिंग को उत्तर दिशा की ओर स्थापित करें।
  • सबसे पहले गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें, इससे शिवलिंग की पवित्रता बनी रहती है।

पंचामृत से अभिषेक

  • दूध, दही, घी, शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत तैयार करें।
  • इस मिश्रण से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • इसके बाद पुनः गंगाजल से स्नान कराएं।

शिव मंत्रों का जाप करें

  • अभिषेक के दौरान शिव मंत्रों का जाप करें।
  • "ॐ नमः शिवाय" या महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करें।

विशेष सामग्रियों से अभिषेक करें

  • दूध से अभिषेक करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • दही से अभिषेक करने से संतान सुख प्राप्त होता है।
  • घी से अभिषेक करने से स्वास्थ्य लाभ होता है।
  • शहद से अभिषेक करने से मधुर वाणी का विकास होता है।
  • गन्ने के रस से अभिषेक करने से धन-संपत्ति की वृद्धि होती है।

शिवलिंग का शृंगार करें

  • शिवलिंग पर चंदन का त्रिपुंड लगाएं।
  • फूलों की माला और बेलपत्र अर्पित करें।
  • भगवान शिव को वस्त्र, रुद्राक्ष आदि अर्पित करें।

दीपक जलाएं और आरती करें

  • दीपक जलाकर शिव चालीसा और शिव आरती करें।
  • आरती के बाद प्रभु को भोग लगाएं।

 प्रसाद वितरण करें

  • पूजा समाप्त होने के बाद शिवजी को अर्पित भोग को प्रसाद रूप में बांटें।

शिव अभिषेक के लाभ

  • शिवलिंग पर जल अर्पित करने से जीवन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
  • दूध से अभिषेक करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।
  • बेलपत्र चढ़ाने से ग्रह दोष समाप्त होते हैं।
  • पंचामृत अभिषेक से मनुष्य को आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि प्राप्त होती है।
  • महामृत्युंजय मंत्र जप से आरोग्य और दीर्घायु की प्राप्ति होती है।

यदि श्रद्धा और सही विधि से शिवजी की पूजा की जाए, तो वे शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इसलिए नियमित रूप से भगवान शिव का अभिषेक करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।

ॐ नमः शिवाय! 🙏

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