माँ चंद्रघंटा की भक्ति से 7 दिन में दूर होंगे सभी संकट,आजमाएँ ये उपाय | Maa Chandraghanta kee bhakti se 7 din mein door honge sabhee sankat,aajamaen ye upaay
माँ चंद्रघंटा की भक्ति से 7 दिन में दूर होंगे सभी संकट,आजमाएँ ये उपाय
नवरात्रि के तीसरे दिन माँ दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा की जाती है। माँ चंद्रघंटा की कृपा से भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है। ऐसा माना जाता है कि यदि सच्चे मन से माँ चंद्रघंटा की भक्ति की जाए और कुछ विशेष उपाय अपनाए जाएँ, तो मात्र 7 दिनों में जीवन के समस्त संकट दूर हो सकते हैं। आइए जानते हैं माँ चंद्रघंटा की कृपा पाने के लिए कुछ प्रभावी उपाय।
माँ चंद्रघंटा का स्वरूप और महत्त्व
माँ चंद्रघंटा को सौम्यता और शक्ति की देवी माना जाता है। इनके मस्तक पर अर्धचंद्र स्थित होता है और वे दस भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और ये अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। माँ की आराधना से जीवन में साहस, आत्मविश्वास और आध्यात्मिक ऊर्जा का विकास होता है।
माँ चंद्रघंटा की भक्ति से 7 दिन में संकटों से मुक्ति पाने के उपाय
माँ चंद्रघंटा की प्रतिदिन पूजा करें
प्रत्येक दिन प्रातः स्नान कर माँ चंद्रघंटा की मूर्ति या चित्र के सामने घी का दीपक जलाकर पूजा करें।
"ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे ॐ चंद्रघंटायै नमः।"
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से विशेष लाभ मिलता है।
माँ चंद्रघंटा को दूध और गुड़ का भोग प्रिय है। इसे अर्पित करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
माँ को सिंदूर और लाल रंग के पुष्प अर्पित करने से मनोकामनाएँ शीघ्र पूर्ण होती हैं।
रोजाना माँ की कथा सुनने या पढ़ने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और संकट दूर होते हैं।
नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से विशेष लाभ होता है और माँ की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
माँ चंद्रघंटा की कृपा पाने के लिए गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करें।
माँ चंद्रघंटा की कृपा के चमत्कारी लाभ
- जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं।
- मानसिक शांति और आत्मबल बढ़ता है।
- आर्थिक समस्याओं का समाधान मिलता है।
- पारिवारिक सुख-शांति बनी रहती है।
- कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
यदि आप सच्चे मन से माँ चंद्रघंटा की उपासना और बताए गए उपायों को अपनाते हैं, तो निश्चित रूप से मात्र 7 दिनों में आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा और समस्त संकट समाप्त हो जाएँगे।
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