चैत्र नवरात्रि में कौन से रंग पहनने से मिलेगी देवी माँ की कृपा | Chaitra Navratri mein kaun se rang pahanane se milegee devee maan kee krpa
चैत्र नवरात्रि में कौन से रंग पहनने से मिलेगी देवी माँ की कृपा ?
चैत्र नवरात्रि में देवी माँ की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक दिन विशेष रंग के वस्त्र पहनने की परंपरा है। यह रंग देवी के विभिन्न स्वरूपों से जुड़े होते हैं और इन्हें पहनने से भक्तों को विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं नवरात्रि के नौ दिनों के लिए निर्धारित रंग और उनका महत्व:
चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों के लिए शुभ रंग
पहला दिन (शैलपुत्री) - पीला रंग
यह रंग ज्ञान, उत्साह और सकारात्मकता का प्रतीक है। माँ शैलपुत्री को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है।
दूसरा दिन (ब्रह्मचारिणी) - हरा रंग
हरा रंग जीवन, विकास और नई ऊर्जा का प्रतीक है। यह रंग माँ ब्रह्मचारिणी की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जाता है।
तीसरा दिन (चंद्रघंटा) - ग्रे रंग
ग्रे रंग संतुलन और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। यह दिन माँ चंद्रघंटा को समर्पित होता है, जो शक्ति और साहस प्रदान करती हैं।
चौथा दिन (कूष्माण्डा) - नारंगी रंग
नारंगी रंग ऊर्जा, आत्मविश्वास और समृद्धि को दर्शाता है। इस दिन नारंगी रंग के वस्त्र धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
पाँचवा दिन (स्कंदमाता) - सफेद रंग
सफेद रंग शुद्धता और शांति का प्रतीक है। माँ स्कंदमाता की कृपा पाने के लिए इस दिन सफेद वस्त्र धारण करें।
छठा दिन (कात्यायनी) - लाल रंग
लाल रंग शक्ति, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक है। माँ कात्यायनी की आराधना इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहनकर की जाती है।
सातवां दिन (कालरात्रि) - नीला रंग
नीला रंग स्थिरता और गंभीरता का प्रतीक है। माँ कालरात्रि की पूजा के लिए इस दिन नीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है।
आठवां दिन (महागौरी) - बैंगनी रंग
बैंगनी रंग आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक है। माँ महागौरी की पूजा के लिए इस दिन बैंगनी वस्त्र पहनना उत्तम होता है।
नौवां दिन (सिद्धिदात्री) - हरा रंग
हरा रंग समृद्धि और आनंद का प्रतीक है। माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने के लिए हरे वस्त्र धारण करें।
हर दिन के विशेष रंग और उनका महत्व
पहले दिन (शैलपुत्री) - नारंगी और सफेद
यह रंग आध्यात्मिक ऊर्जा और शुद्धता का प्रतीक हैं। माँ शैलपुत्री को प्रसन्न करने के लिए सफेद या नारंगी रंग के वस्त्र पहनें।
दूसरे दिन (ब्रह्मचारिणी) - सफेद और सिल्वर
सफेद रंग शांति और सकारात्मकता लाता है। माँ ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन सफेद या सिल्वर रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है।
तीसरे दिन (चंद्रघंटा) - लाल रंग
माँ चंद्रघंटा की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन लाल रंग पहनना लाभकारी होता है, जो शक्ति और समृद्धि का प्रतीक है।
चौथे दिन (कूष्माण्डा) - नीला और बैंगनी
माँ कूष्माण्डा की पूजा के लिए इस दिन गहरा नीला या बैंगनी रंग के वस्त्र पहनने से आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पाँचवें दिन (स्कंदमाता) - पीला या सुनहरा
पीला और सुनहरा रंग प्रेम और समृद्धि को दर्शाता है। इस दिन इन रंगों के वस्त्र पहनने से माँ स्कंदमाता की कृपा प्राप्त होती है।
छठे दिन (कात्यायनी) - गुलाबी रंग
गुलाबी रंग प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक है। विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं के लिए यह रंग शुभ माना जाता है।
सातवें दिन (कालरात्रि) - स्लेटी और कत्थई
स्लेटी और कत्थई रंग माँ कालरात्रि के क्रोध और शक्ति का प्रतीक हैं, जो बुराइयों का नाश करने वाली देवी हैं।
आठवें दिन (महागौरी) - सफेद और बैंगनी
माँ महागौरी की पूजा के लिए सफेद और बैंगनी रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है, जो शुद्धता और दिव्यता का प्रतीक है।
नवें दिन (सिद्धिदात्री) - हरा रंग
हरा रंग खुशहाली और उन्नति का प्रतीक है। इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनने से माँ सिद्धिदात्री का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
निष्कर्ष
चैत्र नवरात्रि में हर दिन के अनुसार विशेष रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह परंपरा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा को भी जागृत करती है। देवी माँ की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ाने के लिए इन रंगों का पालन करना अत्यंत लाभकारी होता है।
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