दुर्गा अष्टमी के अवसर पर कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं | durga ashtamee ke avasar par kaun-kaun se anushthaan kie jaate hain
दुर्गाष्टमी के अवसर पर कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं?
दुर्गाष्टमी का पर्व शक्ति, साधना और भक्ति का प्रतीक है। इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। भक्तगण इस दिन व्रत रखकर मां दुर्गा से कृपा की कामना करते हैं। आइए जानते हैं कि दुर्गाष्टमी के दिन कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं।
दुर्गाष्टमी के प्रमुख अनुष्ठान
1. स्नान और शुद्धिकरण
- सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- गंगाजल से घर और पूजा स्थल का शुद्धिकरण करें।
2. मां दुर्गा का अभिषेक एवं पूजन
- मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र का गंगाजल से अभिषेक करें।
- मां को लाल चंदन, रोली, अक्षत, सिंदूर और कुमकुम अर्पित करें।
- मां को लाल पुष्प, चुनरी, श्रृंगार की वस्तुएं और वस्त्र अर्पित करें।
- मां के चरणों में श्रीफल (नारियल) चढ़ाएं।
3. दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ
- दुर्गाष्टमी के दिन दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- पाठ के दौरान घी का दीपक जलाकर रखना चाहिए।
4. भोग और प्रसाद अर्पण
- मां दुर्गा को हलवा, पूरी, मिठाई, फल और श्रीफल का भोग लगाएं।
- भोग लगाने के बाद इसे भक्तों और जरूरतमंदों में बांटें।
5. मंत्र जाप और हवन
- दुर्गाष्टमी के दिन विशेष मंत्रों का जाप करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
- हवन का आयोजन कर भगवान को आहुति अर्पित करनी चाहिए।
6. कन्या पूजन
- नौ कन्याओं को भोजन कराकर उन्हें माता के रूप में पूजना चाहिए।
- उन्हें उपहार और दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
7. मां दुर्गा की आरती
- पूजन के बाद मां दुर्गा की आरती करनी चाहिए।
- घंटे और शंख बजाकर देवी की कृपा प्राप्त करनी चाहिए।
8. जागरण और भजन-कीर्तन
- दुर्गाष्टमी की रात भजन-कीर्तन और जागरण करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- भक्तजन भक्ति गीत, गरबा नृत्य और दुर्गा स्तुति कर सकते हैं।
9. अस्त्र-पूजा
- इस दिन शस्त्रों (अस्त्रों) की पूजा भी की जाती है, जो शक्ति और विजय का प्रतीक माने जाते हैं।
दुर्गाष्टमी के दिन विशेष नियम
- व्रत रखना और सात्विक भोजन करना।
- गुलाबी या लाल रंग के वस्त्र धारण करना।
- गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करना।
- नकारात्मक विचारों और बुरी आदतों से दूर रहना।
निष्कर्ष
दुर्गाष्टमी व्रत और पूजा करने से मां दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त होती है। इस दिन किए गए अनुष्ठान से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। जो भक्त पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से दुर्गाष्टमी का व्रत और पूजन करते हैं, उन्हें देवी दुर्गा का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है।
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