दुर्गा अष्टमी व्रत के बाद कैसे करें पारण? जानें सही विधि | durga ashtamee vrat ke baad kaise karen paaran? jaanen sahee vidhi

दुर्गा अष्टमी व्रत के बाद कैसे करें पारण? जानें सही विधि

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत और उसका महत्व

मासिक दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत का विशेष विधान बताया गया है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से घर की गरीबी दूर होती है और सुख-समृद्धि का वास होता है। हिंदू धर्म ग्रंथों में मासिक दुर्गाष्टमी को विशेष महत्व दिया गया है। यह दिन मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जाता है। जो भक्त श्रद्धा और भक्ति भाव से इस दिन व्रत और पूजन करते हैं, उनके जीवन से सभी कष्ट और बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।


दुर्गाष्टमी व्रत की तिथि और पारण का समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को आती है। इस दिन भक्तजन मां दुर्गा का कठोर व्रत रखते हैं और अगले दिन शुभ मुहूर्त में पारण करते हैं। इस व्रत का पालन करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।


व्रत के नियम

  • मासिक दुर्गाष्टमी के व्रत में फलाहार करना चाहिए।

  • व्रत के दौरान ताजे फल, दूध और सूखे मेवे ग्रहण करने चाहिए।

  • नमक और अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए।

  • व्रत समाप्त होने के बाद जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करना शुभ माना जाता है।


पूजा और व्रत पारण की विधि

  1. स्नान और संकल्प – दुर्गाष्टमी के दिन प्रातः स्नान करके मां दुर्गा की पूजा करने का संकल्प लें।

  2. मां दुर्गा की पूजा – मां दुर्गा को धूप-दीप दिखाएं, पुष्प अर्पित करें और नैवेद्य चढ़ाएं।

  3. मंत्र जाप और पाठ – दुर्गा सप्तशती, दुर्गाष्टकम्, दुर्गा चालीसा और दुर्गा स्तोत्र का पाठ करें।

  4. रात्रि जागरण – रात्रि में दुर्गाष्टमी व्रत कथा का पाठ करें और मां दुर्गा के भजन गाएं।

  5. आरती – पूजा के अंत में मां दुर्गा की आरती करें और भक्तों में प्रसाद वितरित करें।

  6. व्रत पारण – अगले दिन शुभ मुहूर्त में दुर्गा माता का प्रसाद ग्रहण कर व्रत खोलें।


मासिक दुर्गाष्टमी व्रत का लाभ

  • मां दुर्गा की कृपा से जीवन में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है।

  • इस व्रत से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है।

  • मां दुर्गा का पूजन करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और आत्मबल बढ़ता है।

  • मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।


निष्कर्ष

मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत और पूजा मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के सर्वोत्तम उपायों में से एक है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है। व्रत के दौरान संकल्प और श्रद्धा का विशेष ध्यान रखें और पारण विधि को सही ढंग से पूरा करें। मां दुर्गा की कृपा से सभी भक्तों का जीवन मंगलमय हो!

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