दुर्गाष्टमी पर माँ दुर्गा को कौन-कौन से भोग लगाने चाहिए | durgaashtamee par maan durga ko kaun-kaun se bhog lagaane chaahie

दुर्गाष्टमी पर माँ दुर्गा को कौन-कौन से भोग लगाने चाहिए 

दुर्गाष्टमी का दिन माँ दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना के साथ माँ को भोग लगाने का भी महत्व होता है। उचित भोग अर्पित करने से माँ दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं। आइए जानते हैं कि दुर्गाष्टमी के दिन माँ दुर्गा को कौन-कौन से भोग लगाए जा सकते हैं।

दुर्गाष्टमी के दिन माँ दुर्गा को अर्पित किए जाने वाले भोग

  1. खीर - माँ दुर्गा को खीर का भोग अत्यंत प्रिय है। यह समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है।

  2. हलवा - विशेष रूप से घी से बना हलवा माँ को अर्पित करने से मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

  3. पूरी और सब्ज़ी - इसे देवी माँ को प्रसाद स्वरूप चढ़ाया जाता है, जो भक्तों के लिए प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।

  4. फल - विभिन्न प्रकार के फलों का भोग माँ दुर्गा को अर्पित किया जाता है।

  5. मिठाई - माँ को सफ़ेद मिठाई जैसे रसगुल्ला, पेड़ा, बर्फी अर्पित करना शुभ माना जाता है।

  6. पंचामृत - यह दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से मिलकर बनाया जाता है और इसे देवी को अर्पित करना शुभ होता है।

  7. दूध और घी से बनी सफ़ेद मिठाई - यह शुद्धता और शांति का प्रतीक है, जो माँ को अत्यंत प्रिय है।

  8. केला - सुख-समृद्धि की इच्छा रखने वाले भक्तों को माँ को केले का भोग अवश्य लगाना चाहिए।

  9. मालपुआ - यह भोग बुद्धि और ज्ञान की वृद्धि के लिए अर्पित किया जाता है।

माँ दुर्गा को भोग लगाते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • माँ दुर्गा को खीर का भोग विशेष रूप से प्रिय माना जाता है।

  • घी से बने हलवे का भोग लगाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

  • शक्कर का भोग लगाने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है।

  • दूध और घी से बनी सफ़ेद मिठाई माँ दुर्गा की कृपा प्राप्ति के लिए अर्पित की जाती है।

  • केले का भोग माँ को प्रसन्न करता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाता है।

  • मालपुआ का भोग लगाने से बुद्धि और निर्णय शक्ति में वृद्धि होती है।

माँ दुर्गा को भोग लगाने की विधि

  1. स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और माँ दुर्गा की मूर्ति या चित्र के सामने आसन लगाएं।

  2. माँ दुर्गा को फूल, धूप, दीप, अक्षत और चंदन अर्पित करें।

  3. भोग लगाते समय निम्न मंत्र का जाप करें:

    "त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर।।"

  4. माँ को भोग अर्पित करने के बाद परिवारजन और जरूरतमंदों में प्रसाद वितरित करें।

  5. अंत में माँ दुर्गा की आरती करें और उनसे सुख-समृद्धि एवं शांति की प्रार्थना करें।

निष्कर्ष

दुर्गाष्टमी पर माँ दुर्गा को उचित विधि से भोग अर्पित करने से देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सही भोग अर्पित करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा और भक्ति भाव से उनकी पूजा करें और विधि-विधान से भोग अर्पित करें।

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