होलिका दहन से पहले क्या करें और क्या न करें | holika dahan se pahale kya karen aur kya na karen

होलिका दहन से पहले क्या करें और क्या न करें?

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन रंगों का त्योहार होली मनाया जाता है। होलिका दहन को छोटी होली भी कहा जाता है और इस दिन लोग अपनी नकारात्मक ऊर्जा, बुरी आदतों और विकारों को अग्नि के साथ भस्म करने की कामना करते हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

इस साल होलिका दहन 13 मार्च 2025, रविवार को किया जाएगा। इस दिन कुछ विशेष नियमों और परंपराओं का पालन करना आवश्यक होता है। आइए जानते हैं होलिका दहन के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं?


होलिका दहन के दिन करें ये काम

  • शुभ मुहूर्त में होलिका पूजन करें
होलिका दहन से पहले सुबह के समय होलिका का पूजन किया जाता है। यह पूजन हमेशा शुभ मुहूर्त में करना चाहिए ताकि इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे वर्ष बना रहे।

  • व्रत-उपवास रखें
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन व्रत और उपवास रखने की परंपरा है। इसे करने से मन की शुद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

  • घर की उत्तर दिशा में दीपक जलाएं
यदि आप अपने घर में शांति और समृद्धि चाहते हैं तो होलिका दहन के दिन उत्तर दिशा में घी का दीपक जलाएं। इसे ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शुभ माना गया है।

  • होलिका पूजन की सामग्री का सही उपयोग करें
होलिका दहन से पहले सुबह पूजा के लिए सरसों, तिल, 11 सूखे गोबर के उपले, अक्षत (चावल), चीनी, गेहूं के दाने और गेहूं की बाली का उपयोग करें। यह सभी चीजें पवित्र और शुभ फल देने वाली मानी जाती हैं।

  • होलिका की सात परिक्रमा करें
पूजा के बाद होलिका की 7 बार परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।

  • दान करें
होलिका पूजन के बाद दान करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज, वस्त्र, गुड़, और धन का दान करें। इससे ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है।


होलिका दहन के दिन न करें ये काम

  • किसी को उधार न दें
ध्यान रखें कि होलिका दहन के दिन भूलकर भी किसी को उधार न दें। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन उधार देने से घर की बरकत और धन का ठहराव रुक जाता है

  • पीले और सफेद रंग के कपड़े न पहनें
होलिका दहन की पूजा के समय पीले और सफेद रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है। इसके बजाय लाल, हरे या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें, जो शुभ फल देने वाले होते हैं।

  • महिलाओं को बाल खुले रखने चाहिए
होलिका दहन की पूजा में महिलाओं को बाल खुला रखना चाहिएबंधे हुए बालों से पूजा करना वर्जित माना जाता है क्योंकि यह शुभता को बाधित करता है।

  • रात में सड़क पर पड़ी चीजें न उठाएं
होलिका दहन की रात को सड़क पर पड़ी किसी भी वस्तु को हाथ न लगाएं। इस दौरान नकारात्मक शक्तियों और तांत्रिक प्रभावों का डर रहता है।

  • नवविवाहित स्त्रियों को होलिका दहन की अग्नि नहीं देखनी चाहिए
धार्मिक मान्यता के अनुसार, नवविवाहित कन्याओं को अपने ससुराल में होलिका दहन की अग्नि देखने से बचना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में नकारात्मकता आ सकती है


निष्कर्ष

होलिका दहन सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन हमें अपने भीतर की बुरी आदतों, नकारात्मक सोच और दुर्भावनाओं को जलाने का संकल्प लेना चाहिए और नए जीवन की ओर अग्रसर होना चाहिए।

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