होलिका दहन शायरी स्टेटस संदेश हिंदी में
होलिका दहन शायरी | Holika Dahan Shayari
होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, जहां होलिका की आग में नकारात्मकता जलाकर, नई ऊर्जा और खुशियों का स्वागत किया जाता है। इस शुभ अवसर पर दोस्ती, प्रेम और उत्साह से भरी होलिका दहन शायरी आपके जश्न को और भी खास बना देगी। इन खूबसूरत शायरी के जरिए अपने दोस्तों और अपनों को शुभकामनाएं दें और इस पावन पर्व को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाएं।
होलिका की आग में जलाये,
सब गिले-शिकवे पुराने,
आओ मिलकर करें अब नयी शुरुआत,
होलिका दहन की शुभकामनायें।
आई है होलिका रंग लाई,
बुराई की जलाकर होली चढ़ाई,
अब होली के रंग में रंग जायेंगे,
साथ मिलकर होलिका दहन मनायेंगे।
जीवन की हर बुराई को आग लगाए,
होलिका दहन की इस पवित्र रात मनाये,
आओ सब मिलकर संकल्प उठाएं,
नये रंग से इस धरती को सजायें।
जले होलिका, बुराई का नाश हो,
इस अग्नि में सारे पापों का विनाश हो,
होली के इस पावन पर्व पर,
आपके जीवन में सिर्फ खुशियों का विकास हो।
होलिका जलाकर रख दी हैं सब खुन्नस,
अब होली के रंग में भंग पीकर करेंगे हम बसंत।
होलिका की चिता जली,
मिलकर सब ने खुशियाँ मनाई,
आओ रंगों के इस त्यौहार में,
सबको गले से लगाई।
बुराई का होता है अंत होलिका में,
साथ में जलती है द्वेष की ये लकड़ी,
मन में हो उम्मीद की नई किरण,
इस पावन अग्नि की छोटी सी चिंगारी।
होलिका जले, जीवन का सच्चाई से सामना हो,
होली का ये प्रेम मिलन सब पर जादू करे।
इस होलिका में आग लगे ना केवल लकड़ी,
जले वो सभी दुख, जो बना दे आपको अकड़ी।
गीत गाओ खुशियों के, बजाओ ढोलक,
होलिका की आग में दहन हो गम सबके।
नई उमंग और नए विश्वास के साथ,
होलिका दहन की आग हो प्रारंभ,
लाये खुशियाँ और समृद्धि हर बार।
जैसे होलिका की आग तेज है,
वैसे ही हमारे इरादे नेक हैं,
जलाएंगे बुराई को हर बरस,
यही होली की सच्ची सेवा है।
फागुन का महिना, होलिका का त्योहार,
जलाओ उस आग में सभी बुरे विचार।
होलिका दहन की वो गर्माहट में,
चाहत की कुछ मीठी बातें हों,
आ जाओ सब मिलके, इस पर्व में
कुछ नयी यादें और हसीन रातें हों।
होलिका की लौ में छिपा संदेश है,
दें विदाई बुराई को, यही शुभ संकेत है।
होलिका दहन का पावन पर्व आया,
जो पीर है दिल में, सब भूल जाया।
उल्लास से भरे इस होलिका दहन में,
चलो अच्छाइयों की एक नई उड़ान भरें।
इस होलिका दहन में, आत्म निरीक्षण है,
छोड़ें बुरा, ले आयें जीवन में प्रेम अपरिमित है।
मन की बुराई को आग लगे,
होलिका दहन की यही तो साग है।
जल उठी होलिका, बुरे ख्यालों के साथ,
जीवन रंगीन बनाओ, खुशियों के रास्ते पर चल पड़ो आज।
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