माँ शैलपुत्री की कृपा से बनते हैं बिगड़े काम, जानिए कैसे करें साधना | Maa Shailputri kee krpa se banate hain bigade kaam, jaanie kaise karen saadhana

माँ शैलपुत्री की कृपा से बनते हैं बिगड़े काम, जानिए कैसे करें साधना

माँ शैलपुत्री, जो देवी दुर्गा का प्रथम स्वरूप हैं, की कृपा से सभी प्रकार के संकट समाप्त होते हैं और भक्तों को सुख, शांति एवं समृद्धि प्राप्त होती है। नवरात्रि के पहले दिन विशेष रूप से उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं माँ शैलपुत्री की साधना विधि और उनके आशीर्वाद से कैसे बनते हैं बिगड़े काम।

माँ शैलपुत्री का महत्व

नवरात्रि का पहला दिन माँ शैलपुत्री की आराधना के लिए समर्पित होता है। यह दिन आध्यात्मिक साधना और आत्मशुद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। माँ शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं और उनका वाहन वृषभ (बैल) है। वे श्वेत वस्त्र धारण करती हैं, जिससे पवित्रता और शांति का प्रतीक व्यक्त होता है।

पूजा विधि

  1. पूजा स्थल की शुद्धि: पूजा से पूर्व घर और पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।

  2. मूर्ति या चित्र स्थापना: माँ शैलपुत्री की तस्वीर या मूर्ति को पूजन स्थल पर रखें।

  3. स्नान और संकल्प: स्वयं शुद्ध होकर पूजा का संकल्प लें।

  4. पूजन सामग्री अर्पण करें:

    • जल, अक्षत, धूप, दीप, रोली, चंदन, पुष्प आदि चढ़ाएं।

    • विशेष रूप से लाल गुड़हल और सफेद कनेर के फूल अर्पित करें, जो माँ को प्रिय हैं।

    • फल, मिष्ठान, हलवा या कद्दू की बर्फी का भोग लगाएं।

  5. मंत्र जाप करें:

    • "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ शैलपुत्री देव्यै नमः।"

    • "वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम। वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥"

    • "या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥"

  6. आरती करें: धूप-दीप जलाकर माँ की आरती करें और भजन-कीर्तन के साथ उनका गुणगान करें।

  7. व्रत और फलाहार: नवरात्रि के पहले दिन उपवास रखें और संध्या को फलाहार करें।

माँ शैलपुत्री की कृपा से कैसे बनते हैं बिगड़े काम?

  • माँ शैलपुत्री की साधना करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।

  • कठिन परिस्थितियों और आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है।

  • स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं और मनोबल मजबूत होता है।

  • जो लोग नौकरी, व्यापार या किसी भी कार्य में सफलता चाहते हैं, उन्हें माँ की उपासना अवश्य करनी चाहिए।

  • पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और गृह क्लेश समाप्त होते हैं।

निष्कर्ष

माँ शैलपुत्री की भक्ति से सभी बाधाएँ दूर होती हैं और जीवन में शुभता आती है। जो भक्त श्रद्धा और निष्ठा से माँ की पूजा करते हैं, उनके बिगड़े काम भी बन जाते हैं। इस नवरात्रि माँ शैलपुत्री की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी साधना विधि का पालन करें और सुख, शांति व समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें।

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