मासिक दुर्गा अष्टमी: इस मंत्र के जाप से मिलेगी सिद्धि और समृद्धि | maasik durga ashtamee: is mantr ke jaap se milegee siddhi aur samrddhi

मासिक दुर्गा अष्टमी: इस मंत्र के जाप से मिलेगी सिद्धि और समृद्धि

हिन्दू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व है। यह दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है और इस दिन उनकी पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन विशेष मंत्रों का जाप करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

फाल्गुन मासिक दुर्गाष्टमी 2025: तिथि एवं समय

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को सुबह 10:50 बजे हो रही है। यह तिथि 7 मार्च को सुबह 9:18 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, इस वर्ष फाल्गुन मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत 7 मार्च 2025 को रखा जाएगा।

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि

  1. प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  2. पूजा स्थल को शुद्ध करें और मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

  3. लाल पुष्प, चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य, नारियल, फल, पंचामृत आदि पूजा सामग्री तैयार करें।

  4. दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती, सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें।

  5. “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” मंत्र का 108 बार जाप करें।

  6. धूप, दीप जलाकर मां दुर्गा की आरती करें और प्रसाद वितरण करें।

  7. अगले दिन ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को भोजन कराकर व्रत का समापन करें।

मासिक दुर्गाष्टमी पर जाप करने योग्य मंत्र

1. दुर्गा गायत्री मंत्र

“ॐ गिरिजायै विद्महे शिवप्रियायै धीमहि तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्।” इस मंत्र के जाप से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

2. दुर्गा मंत्र

“ॐ दुं दुर्गायै नमः।” इस मंत्र का जाप करने से मां दुर्गा की शक्ति प्राप्त होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं।

3. दुर्गा बीज मंत्र

“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।” इस मंत्र के जाप से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सफलता मिलती है।

4. दुर्गा रक्षा मंत्र

“ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।” इस मंत्र के जाप से मां दुर्गा की सुरक्षा प्राप्त होती है और सभी भय दूर होते हैं।

5. सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र

“सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।” इस मंत्र के जाप से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में खुशहाली आती है।

मासिक दुर्गाष्टमी की मान्यता

मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की सच्चे मन से पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। भक्तों को मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते हैं। इस दिन किए गए मंत्र जाप और व्रत से शक्ति, साहस और समृद्धि प्राप्त होती है।

मासिक दुर्गाष्टमी का यह विशेष दिन माता दुर्गा की आराधना और उनकी कृपा प्राप्ति का उत्तम अवसर है। सभी भक्तों को इस दिन विधिपूर्वक पूजा और मंत्र जाप करके माता की अनुकंपा प्राप्त करनी चाहिए।

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