सोमवार के व्रत की शुरुआत कैसे करें?
सोमवार का व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। विशेष रूप से सावन माह में इसका अत्यधिक महत्व होता है। इस व्रत को सही विधि से करने पर जीवन में सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
सोमवार व्रत की शुरुआत करने की विधि:
स्नान एवं शुद्धि:
सावन माह के पहले सोमवार को सूर्योदय से पहले उठें।
सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान करें।
स्नान के पानी में काले तिल डालना शुभ माना जाता है।
व्रत का संकल्प:
स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
संकल्प के लिए हाथ में जल, अक्षत, और फूल लेकर शिव जी के समक्ष प्रार्थना करें।
पूजन विधि:
व्रत के दिन दिनभर उपवास रखें।
सोलह सोमवार के व्रत में प्रदोष काल (संध्या समय) में पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है।
सूर्यास्त से पहले ही पूजा संपन्न कर लेनी चाहिए।
भगवान शिव को जल, बेलपत्र, धूप, दीप, भांग, धतूरा, सफ़ेद चंदन और नैवेद्य अर्पित करें।
सोमवार व्रत के लाभ:
भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
कुंवारी कन्याओं को योग्य वर की प्राप्ति होती है।
दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।
मानसिक और आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
निष्कर्ष: सोमवार व्रत की शुरुआत विधिपूर्वक करने से इसका पूरा फल प्राप्त होता है। शिव जी की आराधना से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
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