भगवान राम के प्रसिद्ध मंत्र जो भगवान राम को समर्पित हैं / Famous Mantras of Lord Rama dedicated to Lord Rama

भगवान राम के  प्रसिद्ध मंत्र जो भगवान राम को समर्पित हैं

1. "ॐ राम रामाय नमः" (Om Ram Ramaya Namah)
   यह एक सरल राम मंत्र है जिसे भक्त रोज़ाना जाप करते हैं। इसके जाप से चित्त शांति होती है और मानसिक शांति मिलती है।
2. "श्री राम जय राम जय जय राम" (Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram)
   यह भगवान राम के भक्तों द्वारा प्रिय एक और पूज्य मंत्र है। इसका जाप करने से आनंद और आत्मीयता की अनुभूति होती है।
3. "सीताराम सीताराम भद्राया नमः" (Sitaram Sitaram Bhadraya Namah)
   यह मंत्र भगवान राम और उनकी पत्नी माता सीता को समर्पित है। इसका जाप करने से परिवार में खुशहाली और सुख आता है।
4. "राम नाम भज ले मना" (Ram Naam Bhaj Le Mana)
   यह एक भजन है जिसमें भगवान राम के नाम का स्मरण किया गया है। इसे सुनने से मन को शांति और सुकून मिलता है।
यदि आप राम भजन या मंत्रों को जाप करना चाहते हैं, तो आपको इन्हें प्रतिदिन नियमित रूप से जाप करने से लाभ हो सकता है। ध्यान रखें कि भगवान की पूजा विधिवत रूप से करनी चाहिए और इसके लिए आप एक पंडित या धार्मिक व्यक्ति से सलाह ले 

"ॐ राम रामाय नमः"मंत्र का अर्थ है इस प्रकार:

- "ॐ" (Om): यह एक प्राणवाची मंत्र है जो सभी मंत्रों की शुरुआत में जाप किया जाता है। यह पूर्णता, शांति और एकाग्रता का प्रतीक है।
- "राम" (Ram): राम शब्द भगवान राम का नाम है। राम भगवान हिंदू धर्म के प्रमुख देवता में से एक माने जाते हैं। उन्हें पुण्यतम, धर्मात्मा, धर्म के परायण, और समस्त लोगों के हित में लगे रहने वाले अवतार माना जाता है।
- "रामाय" (Ramaya): यह शब्द राम के गुणों और रूपों की भक्ति करने को संकेत करता है। इससे भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना व्यक्त होती है।
- "नमः" (Namah): इसका अर्थ है नमस्कार करना या आदर करना। यह व्यक्ति के अपने प्रभु या देवता के प्रति समर्पण का भाव दर्शाता है।
इस मंत्र को जाप करने से चित्त शांति होती है और मानसिक शांति का अनुभव होता है। भक्त इसे नियमित रूप से जाप करते हैं ताकि उन्हें मानसिक शांति, ध्यान, और आत्मिक समृद्धि मिल सके। यह मंत्र भगवान राम के दिव्य गुणों का स्मरण करने में सहायक होता है और भक्त को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मदद करता है।

"श्री राम जय राम जय जय राम" मंत्र का अर्थ है इस प्रकार:

- "श्री राम" (Shri Ram): श्री राम शब्द भगवान राम का ध्वज है जो उनके प्रशंसकों द्वारा प्रयोग किया जाता है। श्री शब्द द्वारा भगवान की प्रशस्ति और महिमा का संकेत होता है। इससे भगवान राम की पूजा और समर्पण की भावना समर्थित होती है।
- "जय" (Jai): जय शब्द से संकेत होता है जीत और विजय। यह मंत्र भक्तों द्वारा भगवान राम की विजय और जयंती का स्मरण करने में मदद करता है।
- "जय जय" (Jai Jai): "जय जय" के द्वारा भगवान राम की अधिक से अधिक प्रशंसा की जाती है और उनके गुणों का स्मरण किया जाता है।
इस मंत्र को जाप करने से भक्त को आनंद की अनुभूति होती है और आत्मीयता का अनुभव होता है। भगवान राम के इस मंत्र का जाप भक्तों के मन में आत्मिक शांति एवं सुख का अनुभव करवाता है, और उन्हें भगवान के ध्यान में एकाग्रता मिलती है। यह मंत्र भक्तों के द्वारा नियमित रूप से जाप किया जाता है ताकि उन्हें भगवान के साथ आत्मिक संबंध मजबूत हो।

"सीताराम सीताराम भद्राया नमः"मंत्र का अर्थ है 

- "सीताराम" (Sitaram): सीताराम शब्द भगवान राम और उनकी पत्नी माता सीता को संदर्भित करता है। इससे भगवान राम और माता सीता की एकता और अद्भुत समर्थन का संकेत होता है।
- "भद्राया नमः" (Bhadraya Namah): "भद्र" शब्द से संकेत होता है शुभ और मंगल। यह भक्त की भगवान राम और माता सीता के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त करता है। "नमः" शब्द से भक्त भगवान के प्रति समर्पण का भाव दर्शाता है।
इस मंत्र को जाप करने से परिवार में खुशहाली और सुख का अनुभव होता है। भगवान राम और माता सीता के इस मंत्र का जाप परिवार के सदस्यों के बीच समरसता और आपसी प्रेम को बढ़ावा देता है। इस मंत्र के जाप से परिवार की समृद्धि और आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है। भक्त इस मंत्र को नियमित रूप से जाप करते हैं ताकि उन्हें परिवार के साथ खुशियां और समृद्धि का अनुभव हो।

"राम नाम भज ले मना"भजन का अर्थ है 

"राम नाम भज ले मना, सुख शांति आनंद छाया।
जपत रहो राम रामेति, नाम रसायन गाया।।"
इस भजन में भगवान राम के नाम का स्मरण किया गया है। भक्त इस भजन को सुनकर भगवान राम की भक्ति में लीन हो जाते हैं। राम नाम का जाप करने से मन को शांति, सुकून, और आनंद की अनुभूति होती है। इसके माध्यम से भक्त अपने आत्मा को शुद्ध करते हैं और आत्मिक संबंध में संपूर्णता का अनुभव करते हैं।
भगवान राम के नाम का जाप भक्तों को आनंद, शांति, और सुकून का अनुभव करवाता है और उन्हें आत्मिक उन्नति की दिशा में ले जाता है। भक्त इस भजन को सच्चे भाव से गाकर और सुनकर अपने आंतरिक स्थिति में पूर्णता और संतुष्टि की अनुभूति करते हैं। राम नाम का जाप भगवान के साथ आत्मिक संबंध को मजबूत बनाता है और उन्हें आत्मिक शांति प्रदान करता है।

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