राम से बड़ा राम का नाम' सच ही है कि राम से बड़ा राम का नाम जानिए कैसे

राम से बड़ा राम का नाम' सच ही है कि राम से बड़ा राम का नाम जानिए कैसे

राम से बड़ा राम का नाम Ram's name is bigger than Ram

जब भगवान श्री राम लंका पर चढ़ाई करने के लिए समुद्र पर पुल बना रहे थे नल और नील नाम के दो वानर पत्थरों पर राम लिखकर छोड़ देते थे और वे पत्थर डूबते नहीं थे। ऐसे में प्रभु राम को न जाने क्या सूझी उन्होंने भी एक पत्थर उठाकर समुद्र में रख दिया लेकिन वह पत्थर डूब गया जिस पर भगवान श्री राम ने (जो अंतर्यामी थे फिर भी) आश्चर्य से पूछा कि ऐसा क्यों हुआ?तब उन्हें बताया गया कि प्रभु जिसे आपने ही छोड़ दिया फिर उसे भला कौन तार सकता है ?तभी से यह कहा जाता है कि राम से बड़ा राम का नाम ।

एक घटना की बात about an incident

एक घटना की बात है, राम दरबार सजा हुआ था हनुमान जी हमेशा की तरह अपने प्रभु राम की सेवा में तल्लीन थे तभी गुरु वशिष्ठ का राम दरबार में आगमन हुआ. सभी लोगों ने अपने स्थान से उठ कर गुरु वशिष्ठ को प्रणाम किया लेकिन हनुमान जी प्रभु राम की सेवा में इतने मगन थे कि गुरु वशिष्ठ को प्रणाम करना याद न रहा गुरु वशिष्ठ ने इस ओर प्रभु राम का ध्यान दिलवाया और उनसे पूछा कि क्या यह उनके गुरु का अपमान नहीं था कि हनुमान ने उन्हें प्रणाम करना भी उचित नहीं जाना. प्रभु राम ने माना कि यह गुरु का अपमान था इस पर गुरु वशिष्ठ ने राम से पूछा कि गुरु का अपमान करने वाले को क्या सज़ा मिलनी चाहिए? प्रभु राम ने कहा कि गुरु वशिष्ठ का अपमान करने वाले की सज़ा मृत्यु होनी चाहिए गुरु वशिष्ठ ने पूछा कि क्या प्रभु राम अपने अत्यंत प्रिय हनुमान को मृत्यु दंड देंगे श्री राम ने उसी समय वचन दिया कि वे अगले दिन अपने अमोघ बाण से हनुमान को मृत्यु दंड देंगे.

हनुमान को मृत्यु दंड Death sentence to Hanuman

मृत्यु दंड देंगे सुनकर सारी सभा हैरान हनुमान जी घर लौटे तो उनके मुख पर उदासी छाई थी. माता अंजनी के पूछने पर उन्होंने माता को सारी बात बताई. माता अंजनी ने कहा कि पुत्र चिंता मत करो मुझे राम नाम का मंत्र मिला हुआ है और वही मंत्र मैंने तुम्हें अपनी घुट्टी में दिया हुआ है. इस मंत्र की ऐसी महिमा है कि स्वयं श्री राम भी चाहें तो इस मंत्र का जप करने वाले का वध नहीं कर सकते. माता ने हनुमान को निश्चिंत रहने को कहा अगले दिन श्री राम ने अपनी अमोघ शक्ति से युक्त बाण हनुमान पर छोड़ा मगर उसका हनुमान पर कोई असर नहीं हुआ. बार बार चलाए गए सब बाण व्यर्थ गए.गुरु वशिष्ठ ने राम से कहा कि वे जानबूझ कर अपने प्रिय हनुमान को नहीं मार रहे थे तब श्री राम ने कहा कि हनुमान पर जब वो अपना अमोघ बाण छोड़ते हैं तो हनुमान राम नाम के मंत्र के जप में लगे होते हैं इसलिए बाण का कोई असर नहीं होता क्योंकि इस शरीर धारी राम से कहीं बड़ा राम का नाम है इतनी बात सुन कर गुरु वशिष्ठ प्रभु राम से बोले कि हे राम अब मैं सब कुछ त्याग कर अपने आश्रम को जा रहा हूँ और वहाँ रह कर राम नाम का जाप करूँगा.
सच ही है कि राम से बड़ा राम का नाम

राम जी के मूल मंत्र राम मंत्र शक्तिशाली राम नाम मंत्र  

राम जी का मूल मंत्र Ram ji's basic mantra
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम, श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः।।

राम मंत्र शक्तिशाली ram mantra powerful
ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम - राम नवमी पर भगवान राम के इस मंत्र का उच्चारण करने वालों को चहुओर सफलता प्राप्त होती है. श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः - वैवाहिक जीवन में तनाव से गुजर रहे हैं तो भगवान राम के इस मंत्र का राम नवमी पर एक माला जाप करें
राम नाम मंत्र ram name mantra
एक लोकप्रिय मंत्र श्री राम जय राम जय जय राम (अक्सर "ओम" के साथ जोड़ा जाता है) है, जिसे समर्थ रामदास द्वारा पश्चिमी भारत में लोकप्रिय बनाया गया था। "रामनाम सत्य है" ( अनुवाद। राम का नाम सत्य है) एक हिंदी वाक्यांश है जिसे आमतौर पर हिंदू लोग किसी शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय जपते हैं।

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