मीन संक्रांति पर दान और उपाय ! मीन संक्रांति 2024 मुहूर्त ! Meen Sankraanti Par Daan Aur Upaay ! Meen Sankraanti 2024 Muhoort !

मीन संक्रांति पर दान और उपाय ! मीन संक्रांति 2024 मुहूर्त !

हिन्दू पंचाग के अनुसार हर माह एक संक्रांति तिथि पड़ती है यानी कि सालभर में कुल 12 संक्रांति। इनमें से आखिरी माह में आने वाली संक्रांति को मीन संक्रांति के नाम से जाना जाता है। जो कि इस वर्ष कल यानी कि 14 मार्च रविवार को है। यह संक्रांति हिंदू धर्म के पवित्र त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे मीन संक्रांति कहा जाता है। इस राशि में सूर्य देव 14 अप्रैल तक स्थित रहेंगे।

मीन संक्रांति पर दान और उपाय ! मीन संक्रांति 2024 मुहूर्त !

मीन संक्रांति पर दान

मीन संक्रांति के विशिष्ट दिन पर विशेष चीजों को दान करना बहुत शुभ माना जाता है। अधिकांश लोग इस दिन को दिव्य आशीर्वाद को ग्रहण करना दिन मानते हैं। मीन संक्रांति का दिन दान पुण्य करने के लिए बहुत शुभ दिन माना जाता है। मीन संक्रांति के दिन दान का अत्यधिक महत्व है। इसलिए इस दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। मीन संक्रांति के दिन भूमि का दान करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। मीन संक्रांति के दिन से मलमास का आरंभ होता है। इसलिए मलमास की अवधि में मांगलिक कार्य जैसे नामकरण, विद्या आरंभ, उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश आदि वर्जित माने गए हैं। इसलिए इन शुभ कर्यों को नहीं करना चाहिए।

मीन संक्रांति दान का महत्व

  • मीन संक्रांति के दिन आराध्य देवी देवता की पूजा की जाती है।
  • इस दिन सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन तिल, वस्त्र और अनाज का दान किया जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन गाय को चारा खिलाना शुभ माना जाता है।

मीन संक्रांति के दिन उपाय

  • पीले कपड़े पहनें और अपने इष्ट को भी पीले कपड़े पहनाएं.
  • सूर्य मंत्रों का जाप करें या सूर्य चालीसा पढ़ें.
  • मीन संक्रांति के दिन आराध्य देवी देवता की पूजा की जाती है।
  • इस दिन सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन तिल, वस्त्र और अनाज का दान किया जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन गाय को चारा खिलाना शुभ माना जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है ।
  • सूर्य देव के 12 नामों की 108 बार माला करें.
  • सूर्य देव की पूजा और उपासना करें.
  • सूर्योदय से पहले उठकर नदी में स्नान करें या घर में सामान्य पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें.
  • ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य पूजा कर के अर्घ्य दें.
  • मलमास के गुरुवार के दिन पीले वस्त्रों का दान करना शुभ माना जाता है।
  • मीन संक्रांति के दिन ध्यान देने योग्य बातें
  • मीन संक्रांतिके दिन मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं।
  • मीन संक्रांति के दिन नामकरण, विवाह संस्कार और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते।
  • इस दिन कान छेदना, अन्नप्राशन और उपनयन संस्कार नहीं किए जाते।
  • मीन संक्रांति के दिन विद्या आरंभ और वस्तु पूजन जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते।

कर्क राशि पर मीन संक्रांति का प्रभाव

सूर्य का मीन राशि में गोचर करने पर आपके लिए यह समय चुनौतीपूर्ण रह सकता है। इस दौरान अपने बच्चों के साथ अच्छे से व्यवहार करें और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसके अलावा काम धंधे के समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और महत्वपूर्ण निर्णय लेने में आत्मविश्वास में कमी आएगी, जिससे कुछ अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के छात्रों को पढ़ाई में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस अवधि में पढ़ाई के समय की गई मेहनत का अनुकूल परिणाम भी प्राप्त नहीं होंगे। गोचर काल के समय अगर आप कहीं यात्रा करने जा रहे हैं तो फिलहाल इस योजना को टाल दें।

मीन संक्रांति 2024 मुहूर्त 

मीन संक्रांति के दिन तिथि होगी फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि और इस दिन वैधृति योग का निर्माण होगा. साथ ही भरणी नक्षत्र में सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन गुरुवार का दिन रहेगा और बव व बालव करण का भी निर्माण होगा.
मीन संक्रांति 2024 तिथि
संक्रांति   मीना संक्रांति
दिनांक  14 मार्च
दिन  गुरुवार
पुण्य काल 14 मार्च, दोपहर 12:46 बजे से शाम 06:29 बजे तक
महा पुण्य काल 14 मार्च, दोपहर 12:46 बजे से 02:46 बजे तक
संक्रांति क्षण 14 मार्च 2024 को दोपहर 12:46 बजे

मीन संक्रांति पूजा विधि

मीन संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा और उपासना की जाती है. इस दिन सुबह उठकर गंगा नदी या गंगा जल से स्नान करना चाहिए. इसके बाद सूर्य देव को प्रणाम करें और उन्हें जल चढ़ाएं. इस दिन सूर्य देव को जल चढ़ाते समय सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें. मीन संक्रांति के दिन मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करें
मान्यता है कि मीन संक्रांति के दिन गंगा, जमुना और सरस्वती नदियों में स्नान करने से कई जन्मों के पाप धुल जाते हैं।
  • सूर्योदय के समय स्नान आदि करने के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें
  • इसके लिए एक तांबे के लोटे में जल, थोड़ा सिंदूर, लाल फूल और अक्षत डालकर अर्घ्य दें
  • सूर्य देव को जल में लाल चंदन, लाल फूल और गुड़ मिलाकर अर्घ्य दें 
  • इस दौरान जो सूर्य मंत्र याद हो, उसका उच्चारण करते रहें
  • इस दिन वैदिक मंत्रों का जाप किया जाता है। मीना संक्रांति के दिन दान करना शुभ माना जाता है।
  • इस दिन सूर्योदय के समय किसी पवित्र नदी में स्नान किया जाता है। यदि ऐसा करना संभव न हो तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए।
  • स्नान करते समय सूर्य देव को नमस्कार किया जाता है और उनसे अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना की जाती है।
  • इस दिन मंदिर में भगवान के दर्शन किये जाते हैं और घर पर धूप, दीप, मिठाई आदि से भगवान की पूजा की जाती है।
  • इस दिन सभी मंदिरों को फूलों से खूबसूरती से सजाया जाता है और दीपक जलाए जाते हैं।
  • इस दिन दान-पुण्य करने से सभी जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं।
  • मीन संक्रांति का त्योहार देशभर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.

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