Shardiya Navratri / शारदीय नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है,। पूरे नौ दिन देवी मां के अलग-अलग नौं स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, नवरात्रि में मां भगवती की उपासना करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है और घर-परिवार पर दुर्गा जी की कृपा सदैव बनी रहती है। इसके अलावा नवरात्रि में माता रानी की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में धन-धान्य और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है, जिनमें माँ शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री का पूजन होता है। मान्यता है कि नवरात्रि में देवी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
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शारदीय नवरात्रि का महत्व:
- सत्य की विजय: यह त्योहार धर्म की अधर्म पर जीत और सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक है। मान्यता है कि इसी समय देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था।
- माता का आगमन: नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा पृथ्वी पर आती हैं और इसे अपने मायके के रूप में मानती हैं। इसलिए इन दिनों उनकी पूजा-आराधना से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
- श्रीराम और श्रीकृष्ण की पूजा: कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए नवरात्रि का व्रत रखा था। इसके अलावा, महाभारत के समय पांडवों ने भी श्रीकृष्ण के मार्गदर्शन में दुर्गा की पूजा की थी।
- बंगाल में दुर्गा पूजा: शारदीय नवरात्रि बंगाल में दुर्गा पूजा के रूप में विशेष महत्व रखता है, जहाँ सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन भव्य रूप से मनाए जाते हैं।
- स्त्री के तीन आयाम: इन नौ दिनों में देवी दुर्गा को तीन रूपों - दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती - के रूप में पूजा जाता है, जो शक्ति, धन, और ज्ञान का प्रतीक हैं।
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नवरात्रि में कितने भगवान हैं?
महाशक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र के दौरान देवी दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों- पहला- शैलपुत्री, दूसरा- ब्रह्मचारिणी, तीसरा-चंद्रघंटा, चौथा- कूष्मांडा, पांचवा- स्कंदमाता, छठा- कात्यायनी, सांतवा- कालरात्रि, आठवां-महागौरी और नौवां- सिद्धिदात्री देवी की पूजा-अर्चना की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा की संज्ञा दी गई है।
नवरात्रि के 9 रंग कौन से हैं?
नवरात्रि का एक बड़ा आध्यात्मिक महत्व है और हर दिन के लिए एक अलग रंग जुड़ा हुआ है। इन रंगों में आमतौर पर पीला, हरा, ग्रे, नारंगी, सफेद, लाल, रॉयल ब्लू, गुलाबी और बैंगनी शामिल हैं। आइए सबसे पहले नवरात्रि के दौरान इन रंगों के महत्व पर नज़र डालें।
कौन सा नवरात्रि बड़ा है?
शरद नवरात्रि, जिसे महा नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है, दोनों में से सबसे व्यापक रूप से मनाई जाती है। यह अश्विन के चंद्र महीने में आती है, आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में जब मानसून का मौसम खत्म हो जाता है और देश फसल के मौसम की तैयारी में लग जाता है।
4 नवरात्रि कौन से हैं?
माता की भक्ति के लिए साल में 4 नवरात्रि आते हैं जिनमें शारदीय नवरात्रि का सबसे अधिक महत्व है। शारदीय नवरात्रि के अलावा चैत्र नवरात्रि भी प्रमुखता के साथ मनाई जाती है और इसके अलावा आषाढ़ और माघ मास में गुप्त नवरात्रि भी आती है।
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- नवरात्रि पञ्चमं दिन - मां स्कंदमाता आरती,मंत्र,स्तोत्र,स्तुति,कवच
- नवरात्रि छठे दिन - मां कात्यायनी आरती,मंत्र,स्तोत्र,स्तुति,कवच
- नवरात्रि सप्तमं दिन - मां कालरात्रि आरती,मंत्र,स्तोत्र,स्तुति,कवच
- नवरात्रि अष्टमं दिन - मां महागौरी आरती,मंत्र,स्तोत्र,स्तुति,कवच
- नवरात्रि नवमं दिन - मां सिद्धिदात्री आरती,मंत्र,स्तोत्र,स्तुति,कवच
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