गणेश चतुर्थी व्रत रखने के नियम,Ganesh Chaturthi Vrat Rakhane Ke Niyam

गणेश चतुर्थी व्रत रखने के नियम

गणेश चतुर्थी व्रत के नियमों का पालन करते हुए भक्तगण भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ दिए गए नियम इस व्रत को सफलतापूर्वक संपन्न करने में मदद करेंगे:-

  • स्नान और शुद्ध वस्त्र: व्रत की शुरुआत से पहले स्नान करें और साफ-सुथरे, शुद्ध कपड़े पहनें।
  • सात्विक भोजन: व्रत के दौरान केवल सात्विक भोजन ग्रहण करें, जिसमें फल, दूध, जूस, खीर, राजगिरा, और सिंघाड़ा शामिल हो। भोजन हल्का और कम तेल में पकाया हुआ होना चाहिए।
  • अनुष्ठान और मंत्र: व्रत के दौरान सभी सोलह अनुष्ठानों का पालन करें और गणेश मंत्रों का जाप करें।
  • उद्यापन का महत्व: यदि किसी कारणवश व्रत छोड़ना पड़े, तो विधिपूर्वक उसका उद्यापन करना आवश्यक है, अन्यथा व्रत निष्फल हो सकता है।
  • घर की शुद्धि: गणेश चतुर्थी के उत्सव और मूर्ति स्थापना से पहले घर की साफ-सफाई और शुद्धि करें।
  • पूजा सामग्री की तैयारी: पूजा के लिए आवश्यक सभी सामग्री जैसे मिट्टी की गणेश मूर्ति, फूल, धूप, दीपक, फल, मिठाई आदि पहले से तैयार रखें।

इन नियमों का पालन करने से व्रत सफल और फलदायक होता है।

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FQA:-

गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?

गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र व कर्नाटका में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है।

गणेश चतुर्थी के दौरान क्या होता है?

यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान भक्त गणेश जी की मूर्ति अपने घर में स्थापित करते हैं और विधि-विधान पूर्वक इसकी पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही 10वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी (Ganesh Chaturthi ) के दिन गणपित विसर्जन किया जाता है।

गणेश चतुर्थी का क्या महत्व है?

गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। यह हर साल 10 दिनों तक धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिसका इंतजार सभी भक्त बेसब्री के साथ करते हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा सच्ची श्रद्धा के साथ करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है।

गणेश चतुर्थी के दिन क्या करना चाहिए?

गणेश चतुर्थी पर “ॐ गण गणपतये नमः” या “ॐ विघ्नेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करें. यह मंत्र भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है. गणेश चतुर्थी के दिन गणेश चालीसा का जरूर पाठ करें. इस दिन गणेश चालीसा का पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है और ऐसा करने से सभी प्रकार के कष्ट और विघ्न भी दूर होते हैं

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